गुरुग्राम यूनिवर्सिटी में आयोजित दूसरे टीक्यूएम एंड काइज़ेन कॉन्क्लेव में 30 राष्ट्रीय और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के 250 प्रतिनिधियों ने किए अनुभव साझा
गुरूग्राम, गिरीश सैनी। विद्यार्थियों को व्यावसायिक एवं व्यावहारिक अनुभव प्रदान करने के उद्देश्य से क्वालिटी सर्किल फोरम ऑफ इंडिया,दिल्ली चैप्टर (क्यूसीएफआई) और गुरुग्राम विवि के संयुक्त तत्वावधान में -दूसरा टीक्यूएम एंड काइज़ेन कॉन्क्लेव आयोजित किया गया। सम्मेलन में -बेहतर भविष्य के लिए गुणवत्ता संबंधी अवधारणाएं विषय पर व्यापक विमर्श करने के लिए विनिर्माण, शैक्षणिक संस्थानों, बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं के साथ-साथ चिकित्सा और फार्मास्युटिकल के क्षेत्रों में काम करने वाली दिल्ली-एनसीआर, पंजाब और उत्तराखंड राज्य की 30 राष्ट्रीय और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के 250 प्रतिनिधियों ने कार्यक्रम में भाग लिया।
कॉन्क्लेव का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि गुरुग्राम विवि के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार, विशिष्ट अतिथि डॉ. एस.सी कुंडू सहित अन्य गणमान्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलन कर किया। इस दौरान हीरो, होंडा, गेब्रियल, जेसीबी, ल्यूमैक्स, टाटा पावर, गेल, एनटीपीसी, मारुति सुजुकी लिमिटेड, मिण्डा ग्रुप जैसी प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और बहुराष्ट्रीय कंपनियों से आए विशेषज्ञों ने अपनी बात रखते हुए अपने ज्ञान ,विचार और अनुभव को जीयू के विद्यार्थियों के साथ साझा किया। उन्होंने विद्यार्थियों को टोटल क्वालिटी मैनेजमेंट (टीक्यूएम) और काइज़ेन के महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में जानकारी दी ।
मुख्य अतिथि, कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने क्वालिटी सर्कल फोरम ऑफ इंडिया का जीयू में एक दिवसीय कॉन्क्लेव आयोजित करने के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम उद्योगों में निरंतर सुधार और विद्यार्थियों को प्रेरित करने के उद्देश्य से काफी सहायक सिद्ध होते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा को व्यवसाय जगत से सीधा जोड़ने तथा साझेदारी बनाने की दृष्टि से इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजित होना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम यूनिवर्सिटी का उद्देश्य हमेशा से क्वालिटी एजुकेशन प्रदान करना रहा है। क्यूसीएफआई दिल्ली चैप्टर के इस सम्मेलन के साथ क्वालिटी एजुकेशन को एक स्तर और ऊपर ले जाने का प्रयास किया जायेगा। इस कॉन्क्लेव में अश्वनी सिंह चौहान, अंकिता शर्मा, शशिभूषण, अनिरुद्ध कौशिक, डॉ. सुमन वशिष्ठ, अजय कुमार, अशोक खन्ना सहित अन्य प्राध्यापक, अधिकारी व विद्यार्थी मौजूद रहे।