जीयू में प्रथम अंतर्राष्ट्रीय फिजियोथेरेपी सम्मेलन में 8 देशों के 28 प्रतिनिधियों ने किया मंथन
रोहतक, गिरीश सैनी। गुरुग्राम विवि के फिजियोथेरेपी विभाग द्वारा आयोजित 'प्रथम अंतर्राष्ट्रीय फिजियोथेरेपी सम्मेलन” में दुनिया भर के 100 प्रतिष्ठित पेशेवरों और 300 विद्यार्थियों की भीड़ उमड़ी। इस सम्मेलन के पहले दिन उद्घाटन समारोह की शुरुआत एनसीसी कैडेट्स और एनएसएस स्वयंसेवकों द्वारा निकाले गए फ्लैग मार्च से हुई।
डॉ. दीपक जोशी, निदेशक, स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर, सफदरजंग अस्पताल, नई दिल्ली बतौर मुख्य अतिथि तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में गांधीग्राम रूरल यूनिवर्सिटी, तमिलनाडु के चांसलर डॉ. केएम् अन्नामलाई एवं जीयू कुलपति प्रो दिनेश कुमार बतौर कार्यक्रम अध्यक्ष उपस्थित रहे।
इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में प्रो. प्रू मॉर्गन (ऑस्ट्रेलिया), प्रो. रोमन खानफेरयान (रूस), डॉ. तैयन एम. विएरा (इटली), डॉ. लेंग-ह्सियन सोह (सिंगापुर) के अलावा स्पेन, कनाडा, रशिया, तुर्की से अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने वैश्विक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में फिजियोथेरेपिस्ट की भूमिका पर चर्चा की। इस दौरान प्रो. संजीव गुप्ता द्वारा लिखित पुस्तक एप्लाइड काइनेसियोलॉजी इन स्पोर्ट्स, स्पोर्ट्स फिजियोथेरेपी, एप्लाइड बायोमैकेनिक्स इन स्पोर्ट्स का भी विमोचन किया गया। सम्मेलन से संबंधित 'टर्किश जर्नल ऑफ फिजियोथेरेपी एंड रिहैबिलिटेशन' का भी विमोचन किया गया। अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का थीम -स्पोर्ट्स में प्रदर्शन में वृद्धि और चोट की रोकथाम रहा।
मुख्य अतिथि डॉ. दीपक जोशी ने कहा कि यह सम्मेलन स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि लगातार विकसित हो रहे स्वास्थ्य सेवा परिदृश्य में विद्यार्थियों के लिए फिजियोथेरेपी में नवीनतम प्रगति से लैस होना महत्वपूर्ण है। कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने विश्व भर से आए विशेषज्ञों का आभार व्यक्त किया। इस दौरान अतिथियों ने पुस्तक -लोकमाता अहिल्याबाई होल्करः एक गौरवशाली यात्रा एवं एक विस्मृत युगदृष्टा रानी का भी विमोचन किया। /22/11