कमलेश भारतीय की एक काव्य रचना
एकाएक
वह महान् बन गया
उसकी कविताएं हो गयीं
क्रांतिकारी
और विचार हो गये दर्शन
उसकी पुस्तकें मानी जाने लगीं ग्रंथ
क्या क्या नहीं था उसमें
जो पहले कभी क्यों न दिखा ?
उसने इस सबके लिए कुछ नहीं किया
बस अपना नश्वर शरीर छोड़ दिया ।
मैंने गौर किया कि यदि अपने देश में
प्रसिद्ध होने का यही है
सबसे आसान नुस्खा
तो
उससे पहले
मैं क्यों न मर गया..?
-कमलेश भारतीय