हर सप्ताह होगी समाधान शिविरों में आने वाली शिकायतों पर कार्रवाई की समीक्षाः डीसी धीरेंद्र खडग़टा

सोमवार को आई समाधान शिविर में 10 शिकायतें।

हर सप्ताह होगी समाधान शिविरों में आने वाली शिकायतों पर कार्रवाई की समीक्षाः डीसी धीरेंद्र खडग़टा

रोहतक, गिरीश सैनी। उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे नागरिकों की समस्याओं का समाधान समयबद्घ ढंग से करें। एक ही समस्या के समाधान के लिए नागरिकों को बार-बार समाधान शिविर में न आना पड़े। उन्होंने कहा कि समाधान शिविर में आने वाली शिकायतों पर की जा रही कार्रवाई की हर सप्ताह समीक्षा की जाएगी। शिकायतों पर कार्रवाई न करने वाले संबंधित अधिकारियों से जवाब तलब किया जाएगा।

उपायुक्त सोमवार को आयोजित समाधान शिविर में नागरिकों की समस्याएं सुनने के दौरान अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे। सोमवार को समाधान शिविर के दौरान 10 शिकायतें प्राप्त हुई, जिनके समाधान के लिए संबंधित विभागों के उच्चाधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लोगों को लाभ दिलाना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही समाधान शिविर में आने वाली शिकायतों पर बिना किसी विलंब के कार्रवाई करें।

उन्होंने निर्देश दिए कि विशेष तौर पर परिवार पहचान पत्र में आय और नाम आदि त्रुटि को दुरुस्त करने से संबंधित शिकायतों का समाधान तुरंत प्रभाव से करें। इसके साथ ही आय को ठीक करने के मामले में की जाने वाली फिजिकल वेरिफिकेशन को समयबद्ध तरीके से किया जाए। उन्होंने समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि नागरिकों को पेंशन संबंधित योजनाओं का लाभ लेने में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। आवेदन के साथ सभी औपचारिकताएं पूरी करने वाले नागरिकों की बिना किसी देरी के पेंशन बनाई जाए।

उपायुक्त ने नागरिकों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और संबंधित अधिकारियों को समयबद्ध ढंग से समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए। समाधान शिविर में नागरिकों ने परिवार पहचान, अतिक्रमण, पेयजल, बिजली, सीवरेज व अवैध कब्जे हटवाने, वृद्धावस्था पेंशन बनवाने आदि विभिन्न प्रकार की समस्याएं रखी। डीसी ने संबंधित अधिकारियों को इन समस्याओं का अति शीघ्र समाधान करने के निर्देश दिए। इस दौरान नगराधीश अंकित कुमार, जिला राजस्व अधिकारी कनब लाकड़ा सहित समाज कल्याण विभाग, क्रीड, कल्याण विभाग व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।