आदमपुर : कौन भेद पायेगा अभेद्य दुर्ग? 

आदमपुर : कौन भेद पायेगा अभेद्य दुर्ग? 

-*कमलेश भारतीय
जिला हिसार का आदमपुर विधानसभा क्षेत्र पूर्व मुख्यमंत्री व बिश्नोई रत्न चौ भजनलाल व उनके परिवार का अभी तक अभेद्य दुर्ग है । यहां से न केवल चौ भजनलाल बल्कि उनकी धर्मपत्नी जसमां देवी, बेटे कुलदीप बिश्नोई और पोते भव्य बिश्नोई ने अपनी अपनी राजनीतिक पारी शुरू की । आदमपुर से एक ही परिवार से चार चार सदस्यों ने राजनीति में कदम रखा और इस तरह यह चौ भजनलाल के परिवार का अभेद्य दुर्ग बनता चला गया । हालांकि अब लोकसभा चुनाव व विधानसभा चुनाव के परिणाम अलग आने लगे हैं । भव्य बिश्नोई जब लोकसभा चुनाव लड़े  तब आदमपुर में ही हार गये लेकिन जब डेढ़़ साल पहले आदमपुर से उपचुनाव लड़े तब जीत गये। उससे भी मज़ेदार बात कि वही जयप्रकाश जब भव्य बिश्नोई के सामने उपचुनाव में आये तो हार गये और कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि जयप्रकाश ने हमारी तीन पीढ़ियों से हारने का कीर्तिमान बनाया है लेकिन वही जयप्रकाश लोकसभा चुनाव में भाजपा के चौ रणजीत सिंह से आदमपुर में जीत कर निकले । यह भी अजब गजब पहेली है आदमपुर की । 
वैसे आदमपुर की पहचान सीसवाल का पांडवकालीन शिव मंदिर भी है और बालसमंद का हनुमान मंदिर‌ भी प्रसिद्ध है । शिव मंदिर के शिवलिंग पर  हर वर्ष हज़ारों कांवड़िये जलाभिषेक करने आते हैं और बड़ा मेला लगता है । 
अब आइये इसके जातिगत विवरण पर । बेशक यहां से बिश्नोई परिवार से विधायक बनता आ रहा है लेकिन यह बात सामने आई है कि बिश्नोई समाज के वोट 24000 हैं जबकि जाट समाज के वोट 54000 हैं, एसटी 40000 तो पिछड़े वर्ग के भी 40000 वोट हैं। अग्रवाल, ब्राहमण, मुस्लिम व पंजाबी समाज के तीन तीन चार चार हज़ार तक वोट बताये जा रहे हैं । प्रमुख समस्यायें हैं- किसान को सिंचाई जल की कमी का सामना करना पड़ रहा है, छात्राओं के स्कूल बंद किये गये, जिस पर खैरमपुर के स्कूल के आगे शिक्षकों की कमी पूरी करने के लिए धरना चला, सम्पर्क सड़कें जर्जर हालत में हैं, कुछ इस तरह की छोटी से  लेकर बड़ी समस्यायें सामने आई हैं । 
इस बार विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से संभावित प्रत्याशियों की  सूची लम्बी है । कुरड़ाराम नम्बरदार जो यहां से सुश्री सैलजा के माध्यम से टिकट के दावेदार हैं जबकि एक बार हविपा तो दूसरी बार इनेलो से चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन सफल नहीं हुए । कांग्रेस टिकट के लिए डाॅ संजय जौहर, आशीष कुक्की पार्षद, प्रदीप बेनीवाल, पूर्व‌‌ विधायक कुलबीर बेनीवाल (फतेहाबाद से भी), भूपेंद्र नाथुसरी आदि चर्चा में हैं । डाॅ संजय जौहर पूर्व मंत्री व कद्दावर नेता मनीराम गोदारा के  दोहिते हैं । भाजपा से तो इस समय विधायक भव्य बिश्नोई ही प्रबल और संभवत: इकलौते मजबूत दावेदार हैं । मुख्य मुकाबला भाजपा व कांग्रेस मे ही होने की चर्चा है । इनेलो व बसपा के समझौते में टिकट किसके खाते में जायेगी, इसके बाद ही प्रत्याशी सामने आयेगा। आप पार्टी से क्या रेणु बालसमंद को प्रत्याशी बना कर चौंका सकती है पार्टी ? सबसे बड़ा सवाल कि कौन चौ भजनलाल के अभेद्य दुर्ग को भेद पायेगा? 
-*पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी।