एडीसी महेश कुमार ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ पैदल यात्रा को झंडी दिखाकर किया रवाना
निबंध प्रतियोगिता की विजेताओं को किया सम्मानित।
रोहतक, गिरीश सैनी । उपायुक्त अजय कुमार के मार्गदर्शन में महिला एवं बाल विकास द्वारा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को गति देने के लिए सामुदायिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में नारी सशक्तिकरण विषय पर निबंध प्रतियोगिता आयोजित करवाई गई तथा शहर में स्कूली छात्राओं ने पैदल यात्रा निकालकर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान का संदेश दिया। छात्राओं को नारी सशक्तिकरण की शपथ भी दिलाई गई।
अतिरिक्त उपायुक्त महेश कुमार ने स्थानीय जिला विकास भवन परिसर से 13 राजकीय व मान्यता प्राप्त विद्यालयों की लगभग एक हजार छात्राओं की पैदल यात्रा को झंडी दिखाकर रवाना किया, जो स्थानीय गोहाना अड्डा से होते हुए वापस जिला विकास भवन में संपन्न हुई। इस यात्रा के माध्यम से लोगों को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान का संदेश दिया गया। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान शुरू किया गया था। अब इस अभियान को और गति प्रदान करने के लिए सामुदायिक कार्यक्रम आयोजित किया गया।
एडीसी महेश कुमार ने नागरिकों का आह्वान किया कि वे बेटा-बेटी को एक समान प्यार व अवसर प्रदान करें। बेटियां वर्तमान समय में किसी भी क्षेत्र में बेटों से पीछे नहीं है। उन्होंने डीआरडीए हॉल में आयोजित कार्यक्रम में नारी सशक्तिकरण विषय पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली छात्रा डिम्पी, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली जागृति तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली छात्रा फरियाद को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
अतिरिक्त उपायुक्त की उपस्थिति में उपायुक्त की विशेष अधिकारी शीतल मलिक ने छात्राओं व अन्य उपस्थितगण को लिंग चयन एवं कन्या भ्रूण हत्या का विरोध करने, बेटी के जन्म पर खुश होकर उसे सुरक्षित वातावरण प्रदान करते हुए शिक्षित करने, समाज में बेटी के प्रति भेदभाव को खत्म करने तथा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान का संदेश पूरे समाज में प्रसारित करने की शपथ दिलवाई। महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी दीपिका सैनी ने अतिरिक्त उपायुक्त महेश कुमार को स्मृतिचिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। विभाग द्वारा निकाली गई पैदल यात्रा में 13 सरकारी तथा मान्यता प्राप्त विद्यालयों की छात्राओं, अध्यापकों तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के सभी कर्मचारियों ने भाग लिया।