हवाई टिकट सस्ते होंगे और होटल भी मुस्कुराएंगे
पांच राज्यों के चुनाव नतीजों ने हवा में होली के रंग घोल दिए हैं। जनता ने नकारात्मक, छोटी और समाज विरोधी सोच वाले विचारशून्य राजनीतिक दलों और अवसरवादियों की हवा निकाल दी। उत्तर प्रदेश और पंजाब में जो हुआ है, वह स्वागत योग्य और उम्मीद जगाने वाली घटना है। जनता को अकर्मण्य, लोभी और नासमझ लोग बिल्कुल बर्दास्त नहीं हैं। साथ ही महिलाओं का इस चुनाव में महत्वपूर्ण रोल सामने आया है। राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी तो देश निश्चित ही सही दिशा में आगे बढ़ेगा और मजबूत होता जाएगा। दो साल की तकलीफों और परेशानियों के बाद अब कुछ अच्छी बातों के संकेत मिलने लगे हैं। हालांकि अंतर्राष्ट्रीय घटनाक्रम के चलते इस पूरे साल महंगाई हम सब को परेशान करती रहेगी, लेकिन आने वाले दिनों में हवाई किराए में कमी होने के संकेत मिलने लगे हैं। एविएशन इंडस्ट्री को लग रहा है कि पूरे दो साल के प्रतिबंधों के बाद 27 मार्च से अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों को शुरू करना एक खुशखबरी है। इससे पर्यटन और होटल इंडस्ट्री को निश्चित ही संजीवनी मिल जाएगी। दोनों ही उद्योग बुरी तरह से लड़खड़ाए हुए हैं और पिछले दो वर्षों ने न जाने कितने व्यवसाइयों ने अपनी दुकानें ही बंद कर दीं।
ऐसा नहीं कि बीते दो वर्षों में अन्य देशों के लिए उड़ानें एकदम से बंद रही। कम संख्या में उड़ानें जारी थीं लेकिन गिनती के उन देशों के लिए थीं, जिनके साथ भारत सरकार ने एयर बबल समझौता किया हुआ था। एयर बबल के तहत किसी देश को जाने वाले यात्रियों को एक निर्धारित एरिया में ही घूमने या जाने की अनुमति होती थी। मान लीजिए किसी फिल्म की टीम को शूटिंग के लिए कहीं जाना होता था तो उन्हें होटल से अपने शूटिंग एरिया के अलावा अन्य कहीं घूमने की इजाजत नहीं होती थी। कोरोना का असर हल्का पड़ने से इस माह के अंत में लोगों को कहीं भी बाहर जाने की छूट होगी। बाहरी लोगों और पर्यटकों का हमारे देश में आना जाना शुरू होगा। इससे भारत की होटल इंडस्ट्री को सीधे सीधे फायदा होगा। देश में मौजूद बड़े होटलों को सही मायने में बिजनेस बाहरी यात्रियों से ही मिलता है, स्वदेशी यात्रियों से नहीं। साथ ही पर्यटन में तेजी आएगी। उल्लेखनीय है कि पर्यटन बढ़ने से अनेक उद्योगों और पूरे देश को कई तरह से लाभ होता है। पर्यटक जब कहीं घूमते हैं तो वे बस, हवाई जहाजों और होटलों के अलावा हैंडीक्राफ्ट, रेस्टोरेंट, बाजारों आदि को कई तरह से बिजनेस देते हैं।
एविएशन इंडस्ट्री के जानकारों को लगता है कि विदेशी उड़ानें शुरू होने से हवाई यात्रा के टिकट 40 प्रतिशत तक सस्ते हो सकते हैं। ऐसा इसलिए कि एयरलाइनों का काम लंबे समय से ठप सा पड़ा है। अब काम को गति देने के लिए उन्हें कैश फ्लो की रफ्तार बढ़ानी होगी। ऐसे में एयरलाइनें किराया घटा कर अधिक से अधिक यात्रियों को अपनी ओर आकर्षित कर सकती हैं, जिससे कम समय में उनके पास कैश एकत्र होना शुरू हो सके। कैश बॉक्स खनखनाने से बिजनेस को रफ्तार देने में मदद मिलेगी। उड़ानों पर रोक होने से डिमांड और सप्लाई का संतुलन बिगड़ चुका था, जिसे अब ठीक किया जा सकेगा। उड़ानें, रूट्स और यात्रियों की संख्या बढ़ने से एयरलाइनों को संतुलन बनाने में सहूलियत होगी। बसंत के मौसम में चीजें धीरे धीरे बेहतर होंगी, ऐसी उम्मीद है।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार व कॉलमिस्ट हैं)