नागरिकों के जीवन की सुरक्षा के दृष्टिगत सडक़ सुरक्षा के सभी प्रबंध किए जाएः डीसी धीरेंद्र खडग़टा
राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रक खड़े मिलने पर संबंधित आईओ होगा निलंबित।
रोहतक, गिरीश सैनी। उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने सडक़ सुरक्षा मासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वे सभी नागरिकों के बहुमूल्य जीवन की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए यह सुनिश्चित करें कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्गों पर कोई भी ट्रक खड़ा न हो पाए। अगर उन्हें ऐसा कोई भी वाहन खड़ा मिला तो संबंधित अधिकारी के विरुद्घ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यदि कोई वाहन सफर के दौरान खराब हो जाता है तो सभी सुरक्षा प्रबंधों के साथ सडक़ के किनारे खड़ा किया जाए।
डीसी धीरेंद्र खडग़टा ने सडक़ सुरक्षा एवं सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी की मासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे वाहन खड़ा करने से दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है। उन्होंने सडक़ सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा के दौरान पुलिस व राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों के दोनों ओर बनाए गए ढाबों की जांच की जाए और यदि कोई ढाबा बिना सीएलयू के बनाया गया है तो तुरंत एफआईआर दर्ज करवाई जाए तथा उनको गिराया जाए।
उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे स्थित ढाबों पर लगाए गए अनाधिकृत कटों को तुरंत बंद किया जाए तथा संबंधित ढाबें के विरुद्घ कार्रवाई की जाए। महम स्थित तिरंगा ढाबा के सामने कट की जांच करवाई जाए और यदि बिना अनुमति कट लगाया गया है, तो तुरंत बंद किया जाए। इस ढाबे की सीएलयू भी जांची जाए। इस बैठक में जिला नगर योजनाकार, निजी मेडिकल एसोसिएशन, निजी स्कूल एसोसिएशन व औद्योगिक एसोसिएशन को भी शामिल किया जाए।
उपायुक्त ने पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि जिला में गलत साइड वाहन चलाने वालों के चालान किए जाए तथा ऐसे स्थानों को चिन्हित भी किया जाए ताकि ज्यादा सख्ती की जा सकें। उन्होंने कहा कि दोपहिया वाहन चालकों की सुरक्षा के दृष्टिगत हेलमेट पहनना अनिवार्य है। पुलिस द्वारा एक सप्ताह नागरिकों को हेलमेट का प्रयोग करने बारे जागरूक किया जाए। इसके तहत दोपहिया वाहन पर सवार दोनों यात्रियों या महिला चालक के लिए भी हेलमेट अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले ऐसे पुलिस व अन्य सरकारी कर्मचारियों के चालन किए जाए, जो दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट का प्रयोग न कर रहे हों। आगामी 14 फरवरी के बाद कोई भी दोपहिया वाहन चालक हेलमेट के बिना नजर न आए। सरकारी भवनों में पार्किंग में भी सुनिश्चित किया जाए कि बिना हेलमेट के दोपहिया वाहनों को पार्किंग की अनुमति न दी जाए। पुलिस टीम द्वारा ब्लैक स्पॉट का दौरा कर वांछित कार्यों की रिपोर्ट दी जाए।
उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा सडक़ दुर्घटनाओं में घायल होने वाले व्यक्तियों को डेढ लाख रुपए तक मुफ्त इलाज की घोषणा को भी दो दिन में पैनल के अस्पतालों में लागू करवाएं। दुर्घटना में घायल ऐसे व्यक्तियों के पास यदि आयुष्मान कार्ड भी नहीं है तो भी उन्हें डेढ़ लाख रुपए तक मुफ्त इलाज सुनिश्चित किया जाएगा।
उपायुक्त ने कहा कि गत दिनों लघु सचिवालय के समीप हुई सडक़ दुर्घटना का विशलेषण किया जाए। उन्होंने कहा कि हेल्पलाइन 112 के पैट्रोलिंग वाहन द्वारा ब्लैक स्पॉट बारे रिपोर्ट भी की जाए। हर तीन माह बाद इंजिनियरिंग विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दिलवाया जाए। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शशि शेखर, सहायक आयुक्त प्रशिक्षु अभिनव सिवाच, प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण की सचिव मेजर गायत्री अहलावत, नगराधीश अंकित कुमार सहित भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, लोक निर्माण विभाग, एचएसवीपी, ट्रैफिक पुलिस सहित अन्य संबंधित विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।