एएमआई की 65वीं वार्षिक बैठक व अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन 14 से 17 नवंबर तक हिसार में

गुजवि कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने जारी किया सम्मेलन का आधिकारिक पोस्टर।

एएमआई की 65वीं वार्षिक बैठक व अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन 14 से 17 नवंबर तक हिसार में

हिसार, गिरीश सैनी। एसोसिएशन ऑफ माइक्रोबायोलॉजिस्ट इंडिया (एएमआई) की 65वीं वार्षिक बैठक व अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन 14 से 17 नवंबर तक हिसार में होगा। 'मानव कल्याण के लिए सूक्ष्मजीवों के परिप्रेक्ष्य' विषयक इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की मेजबानी एएमआई व गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से की जाएगी। 

सम्मेलन के मुख्य संरक्षक एवं गुजवि के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने मंगलवार को सम्मेलन का आधिकारिक पोस्टर जारी करते हुए कहा कि 35 देशों के 40 से अधिक प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय वक्ताओं ने सम्मेलन में भाग लेने के लिए अपनी भागीदारी की सहमति प्रदान की है। इस सम्मेलन में पांच पद्म भूषण, छह पद्मश्री व चार शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार विजेता शामिल होंगे।

गुजवि कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर इस सम्मेलन के संरक्षक होंगे। सम्मेलन की अध्यक्षता आईआईएसईआर कोलकाता के निदेशक एवं एएमआई के अध्यक्ष प्रो. एस.के. खारे तथा केन्द्रीय विश्वविद्यालय हरियाणा, महेंद्रगढ़ के पूर्व कुलपति एवं एएमसीज के अध्यक्ष प्रो. आर.सी. कुहाड करेंगे। बायोटेक्नोलॉजी विभाग के अध्यक्ष प्रो. अनिल कुमार व सीसीएस हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के प्रोफेसर एवं एएमआई हिसार इकाई के अध्यक्ष प्रो. राजेश गेरा सम्मेलन के संयोजक होंगे। गुजवि की डीन इंटरनेशनल अफेयर्स एवं एएमआई की महासचिव प्रो. नमिता सिंह सम्मेलन की संयोजक सचिव होंगी। 

प्रो. नमिता सिंह ने बताया कि एएमआई में राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा, अनुसंधान संस्थानों तथा कॉर्पोरेट क्षेत्रों से 6000 से अधिक आजीवन सदस्य शामिल हैं। आयोजन समिति को माइक्रोबायोलॉजी पेशेवरों के बीच सहयोग और ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए दुनियाभर से 2000 से अधिक प्रतिभागियों के एकत्र होने की उम्मीद है। सम्मेलन में भाग लेने के लिए देश व विदेश के शिक्षक, शोधार्थी व विद्यार्थी 30 अगस्त 2024 तक पंजीकरण करवा सकते हैं। इस सम्मेलन में पूर्ण सत्र, पैनल चर्चाएं और माइक्रोबियल जैव प्रौद्योगिकी, पर्यावरण सूक्ष्म जीव विज्ञान, चिकित्सा सूक्ष्म जीव विज्ञान और सूक्ष्मजीव विविधता जैसे विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला को कवर करते हुए पोस्टर प्रस्तुतियां शामिल होंगी।