जिला में 100 दिन तक चलेगा एनीमिया मुक्त भारत अभियान: एडीसी वैशाली सिंह

अभियान के पहले चरण में 20 दिनों तक लोगों में खून की कमी की होगी जांच। 

जिला में 100 दिन तक चलेगा एनीमिया मुक्त भारत अभियान: एडीसी वैशाली सिंह

रोहतक, गिरीश सैनी। जिला में 11 जून से एनीमिया मुक्त भारत अभियान की विधिवत शुरुआत की जा चुकी है। अतिरिक्त उपायुक्त वैशाली सिंह ने डीआरडीए भवन के कॉन्फ्रेंस हॉल में एनीमिया मुक्त भारत अभियान के तहत बुधवार को एक बैठक का आयोजन किया।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए एडीसी वैशाली सिंह ने कहा कि आज भी भारत की 60 से 70 प्रतिशत जनता खून की कमी से प्रभावित है। इनमें अधिकतर आबादी लड़कियों व महिलाओं की है। एनीमिया की समस्या की भयावता को देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा एनीमिया मुक्त भारत अभियान चलाया जा रहा है। इस वर्ष यह अभियान 100 दिन तक चलाया जाएगा। उन्होंने 100 दिन तक चलने वाले इस अभियान के विभिन्न चरणों व कार्यवाही की विस्तृत समीक्षा करते हुए कहा कि लोगों को एनीमिया से बचाने के लिए तीन चरणों में कार्य किया जा रहा है।

अतिरिक्त उपायुक्त वैशाली सिंह ने कहा कि पहले चरण में अधिक से अधिक लोगों के खून की जांच व स्क्रीनिंग की जाएगी। उन्होंने सभी आशा वर्कर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व हेल्थ वर्करों से अगले 20 दिनों में घर-घर जाकर प्रत्येक नागरिक की खून की जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस कार्य को रूटिंग का कार्य न समझकर सामाजिक कार्य की भांति किया जाए। उन्होंने सिविल सर्जन, जिला शिक्षा अधिकारी, पीओ आईसीडीएस व सभी पंचायत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने क्षेत्राधिकार में कार्य के बारे में विस्तार से बताए और उनके कार्य की साप्ताहिक समीक्षा करें। सभी खंड विकास अधिकारी, ग्राम सचिव इस अभियान के बारे में ग्रामीणों को जागरूक करें। इसके लिए चौकीदार के माध्यम से गांव में मुनादी करवाई जाए व ग्राम सभा की बैठक में लोगों को एनीमिया मुक्त भारत के कार्यक्रम की जानकारी दी जाए।

एडीसी वैशाली सिंह ने कहा कि अगर प्रत्येक व्यक्ति अपने आसपास 10 महिलाओं और बच्चियों को खून की कमी व इसके दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक करेंगे तो वे अपने पूरे परिवार को एनीमिया मुक्त बनाने में अपनी सक्रिय भागीदारी निभा सकेंगें। उन्होंने कहा कि आने वाले 20 दिनों में सभी अधिकारी व कर्मचारी अधिक से अधिक संख्या में लोगों को अपने नजदीक स्वास्थ्य केंद्र में खून जांच के लिए लेकर आए। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत उत्कृष्ट कार्य करने वाले विभागों, अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्मानित भी किया जाएगा। उन्होंने आईएमए के पदाधिकारी व स्वयंसेवी संस्थाओं  से भी अपना सहयोग देने के लिए आह्वान भी किया है।

इस दौरान सिविल सर्जन डॉ अनिल बिरला, एनीमिया के नोडल अधिकारी एवं उप सिविल सर्जन डॉ. राजबीर सभ्रवाल, जिला शिक्षा अधिकारी मंजीत मलिक, विकास व पंचायत विभाग के एसईपीओ हरिचंद गुप्ता, एसएमओ कुलदीप सिंह, डॉ. नीना, डॉ जीडी शर्मा, डॉ. शिवानी, डॉ. सुशीला, डॉ. ज्योत्सना, डॉ. सबीना, डॉ. जोंटी, डॉ. मोहित, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी दलजीत सिंह, खंड शिक्षा अधिकारी सुमन हुड्डा, सरिता, सुनीता, रितू, महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यक्रम अधिकारी कुमारी दीपिका सैनी, योंगेंद्रा सांगवान रेनू कंबोज व सुरेश भारद्वाज सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।