सफाई के साथ-साथ शिक्षा और स्वास्थ्य पर भी ध्यान दें सफाईकर्मीः वीसी प्रो. बिश्नोई
गुजवि सफाईकर्मियों के लिए दो दिवसीय विशेष प्रशिक्षण एवं जागरूकता शिविर।
हिसार, गिरीश सैनी। गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विवि के एमएमटीसी ने सफाई कर्मचारियों को उनके दैनिक जीवन से जुड़े पहलूओं से अवगत करवाने के लिए दो दिवस प्रशिक्षण व जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन कुलपति प्रो. नरसीराम बिश्नोई ने किया। कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। एमएमटीटीसी की निदेशक प्रो सुनीता द्वारा डिजाइन किए इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में एमजीआईएमएस, हिसार के निदेशक डा. रमेश बिश्नोई बतौर मुख्य वक्ता उपस्थित रहे।
कुलपति प्रो नरसीराम बिश्नोई ने कहा कि सफाईकर्मी जितना ध्यान अपने सफाई के कार्य पर देते हैं, उन्हें उतना ध्यान अपने स्वास्थ्य और बच्चों की शिक्षा पर भी देना चाहिए। गुरु जंभेश्वर महाराज के नाम पर स्थापित इस विवि ने नियमित कर्मचारियों की तरह एचकेआरएन तथा अन्य अनुबंधित कर्मचारियों के बच्चों को भी फीस माफी की सुविधा के साथ-साथ चिकित्सा संबंधी सुविधाएं भी दी हैं। विवि सफाईकर्मियों के योगदान को हमेशा रेखांकित करता है। सफाईकर्मी विवि की रीढ़ की हड्डी हैं। कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर ने कहा कि विवि को स्वच्छ रखने में सफाई कर्मियों का अग्रणी योगदान है।
मुख्य वक्ता डॉ रमेश बिश्नोई ने प्रतिभागियों को बीमारियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कैंसर के कारणों, बचाव व इलाज के बारे में बताया तथा जानकारी दी कि किस प्रकार समय रहते कैंसर के बारे में पता लगा सकते हैं। प्रो. सुनीता ने अपने स्वागत संबोधन में कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागी सफाई कर्मियों को शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार तथा अन्य संबंधित योजनाओं की जानकारी देने के साथ-साथ उनका आत्म-गौरव जगाना भी है।
सेंटर फॉर काउंसलिंग एंड वेलबिंग के निदेशक प्रो. संदीप राणा ने कहा कि काम के आधार पर किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व को नहीं आंका जाना चाहिए। संस्थान के विकास में प्रत्येक कर्मचारी का योगदान मायने रखता है। प्रो. संजीव कुमार ने कहा कि सफाईकर्मी अक्सर स्वयं को तथा अपने काम को छोटा मान लेते हैं। शिक्षा तथा जानकारियों के अभाव में अत्यंत जिम्मेदारी का कार्य करते हुए भी खुद को गौरवान्वित महसूस नहीं कर पाते। समाज के इस तबके को मुख्यधारा में लाए बिना राष्ट्र के नवनिर्माण का सपना पूरा करना संभव नहीं होगा।
गुजवि के पूर्व छात्र संजीव मोर ने प्रतिभागियों को वित्त प्रबंधन तथा प्रो. सुनीता भुक्कल ने कचरा प्रबंधन की जानकारी दी। एमएमटीटीसी के सहायक निदेशक डॉ हरदेव ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की तथा धन्यवाद संबोधन किया। प्रतिभागियों को एक मूवी भी दिखाई गई, जिसमें दिखाया गया कि एक घरेलू नौकरानी किस प्रकार अपनी बेटी को आईएएस बनाती है।