कला, संगीत और साहित्य जीवन में रंग भरते हैः कुलपति प्रो. राजबीर सिंह

एमडीयू में दो दिवसीय रंग सृजन कार्यक्रम का शुभारंभ।

कला, संगीत और साहित्य जीवन में रंग भरते हैः कुलपति प्रो. राजबीर सिंह

रोहतक, गिरीश सैनी। कला, संगीत और साहित्य जीवन में रंग भरते हैं और जिंदगी को जीना सिखाते हैं। यह उद्गार महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने सोमवार को रंग महोत्सव की कड़ी में दो दिवसीय रंग सृजन कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए व्यक्त किए।

कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने इस अवसर पर कहा कि रंग सृजन जैसे कार्यक्रम विद्यार्थियों के सृजनात्मक कौशल को निखारते हैं, उनकी प्रतिभा को सामने लाने का सही मंच प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि कला के माध्यम से जीवन को खुशनुमा बनाया जा सकता है और ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों को जीवन का व्यावहारिक ज्ञान देते हैं। रंग महोत्सव भविष्य में राष्ट्रीय पर्व का रूप ले, ऐसी कामना कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने की। उन्होंने इस आयोजन के लिए दृश्य कला विभाग को बधाई और शुभकामनाएं दी। कुलपति ने इस दौरान विद्यार्थियों द्वारा तैयार किए गए कला चित्रों, लकड़ी पर बनाई गई कला तथा मुराल चित्रों का अवलोकन किया तथा प्रतिभागियों की हौसला अफजाई की।

दृश्य कला विभागाध्यक्ष एवं रंग सृजन कार्यक्रम के समन्वयक संजय कुमार ने प्रारंभ में स्वागत भाषण दिया और कला सृजन में आयोजित की जाने वाली गतिविधियों बारे जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रंग सृजन के तहत पेंटिंग, प्रिंट मेकिंग, प्लास्टर ऑफ पेरिस कार्विंग तथा फोटोग्राफी पर कार्यशाला आयोजित की जाएंगी। दृश्य कला विभाग के विद्यार्थियों राहुल और कृषिका ने इस कार्यक्रम को लेकर अपने अनुभव साझा किए।

इस मौके पर डीन, मानविकी एवं कला संकाय प्रो. विमल, रंग महोत्सव के संयोजक एवं डीन, स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. रणदीप राणा, पत्रकारिता एवं जनसंचार विभागाध्यक्ष प्रो. हरीश कुमार, संस्कृत विभागाध्यक्षा डॉ. सुनीता सैनी, निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी, निदेशक युवा कल्याण डॉ. जगबीर राठी, सहायक निदेशक युवा कल्याण डॉ. प्रताप राठी, दृश्य कला विभाग के प्राध्यापक डॉ. अंजली दूहन, डॉ. राजेश कुमार, प्रवीन कुमार, डीएलसी सुपवा से प्राध्यापक डॉ. विश्वजीत सिंह, प्रवेश छाबड़ा व प्रकाश खांडे, पीआरओ पंकज नैन, वरिष्ठ संस्कृतिकर्मी रघुविन्द्र मलिक, डॉ. मुकेश वर्मा, अनिल कुमार समेत एमडीयू के शैक्षणिक विभागों, संबद्ध महाविद्यालयों एवं डीएलसी सुपवा के विद्यार्थी एवं प्रतिभागी मौजूद रहे।