कला जीवन में नीरसता को दूर करते हुए खुशनुमा रंगों का संचार जीवन में करती हैः डॉ. शरणजीत कौर
सृजनात्मक ललित कला को समर्पित रंग सृजन कार्यक्रम संपन्न।

रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू में सृजनात्मक ललित कला को समर्पित रंग सृजन दो दिवसीय कार्यक्रम मंगलवार को संपन्न हो गया। रंग महोत्सव के तहत दृश्य कला विभाग ने इस रंग सृजन इवेंट को संचालित किया, जिसमें प्रतिभागियों ने सुंदर पेंटिंग्स बनाई, शानदार तस्वीरें खींच कर प्रदर्शित की, फेस पेंटिंग व हैंडीक्राफ्ट वर्क कर प्रदर्शित किए। सुंदर डेकोरेटिव आइटम्स बनाकर दृश्य कला विभाग के विद्यार्थियों ने इन प्रोडक्ट्स की बिक्री भी की। विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक रंग सृजन के संयोजक संजय कुमार के मार्गदर्शन में आयोजन स्थल को आर्ट डेकोर से सजाया।
समापन समारोह में मुख्य अतिथि भारतीय पुनर्वास परिषद की अध्यक्षा डॉ. शरणजीत कौर ने इस इवेंट की सराहना करते हुए कहा कि कला जीवन में नीरसता को दूर करते हुए खुशनुमा रंगों का संचार जीवन में करती है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी अपनी क्रिएटिविटी का प्रयोग कर जीविका उपार्जन भी कर सकते हैं। कला, विशेष रूप से लोक कला के संरक्षण के लिए कार्य करने का आह्वान डॉ. शरणजीत कौर ने किया। उन्होंने आशा जताई कि भविष्य में रंग सृजन इवेंट राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति अर्जित करे। उन्होंने रंग सृजन में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया।
विभागाध्यक्ष संजय कुमार ने आभार प्रदर्शन किया और इवेंट बारे विस्तृत जानकारी दी। मंच संचालन छात्रा कृषिका छाबड़ा ने किया। छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक गतिविधियां भी प्रस्तुत की। विभाग के प्राध्यापक डॉ. अंजलि दुहन, डॉ. राजेश कुमार व प्रवीण कुमार ने आयोजन सहयोग दिया। इस दौरान आयोजित चित्रकारी कार्यशाला में विजुअल आर्ट्स विभाग, डीएलसी सुपवा तथा राजकीय महिला महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने भाग लिया।
समापन समारोह में चीफ वार्डन गर्ल्स प्रो. सपना गर्ग, निदेशक सीसीपीसी प्रो. दिव्या मल्हान, निदेशक यूनिवर्सिटी आउटरीच प्रो. अंजू धीमान, निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी, रंग कलम की संयोजक डॉ. सुनीता सैनी, वार्डन सुनीता मल्हान, पीआरओ पंकज नैन, लोक संस्कृति कर्मी रघुवेन्द्र मलिक विशेष रूप से उपस्थित रहे।