कलात्मक सृजनशीलता जीवन में खुशियों का संचार करती हैः कुलपति प्रो राजबीर सिंह

विजुअल आर्ट्स विभाग में दीवार भित्ति (वॉल मुराल) का लोकार्पण।

कलात्मक सृजनशीलता जीवन में खुशियों का संचार करती हैः कुलपति प्रो राजबीर सिंह

रोहतक, गिरीश सैनी। जीवन में ललित कला का विशेष महत्व है। कलात्मक सृजनशीलता जीवन में खुशियों का संचार करती है।  साथ ही कला कौशल एवं रोजगार का रास्ता प्रशस्त करती है।  एमडीयू में विजुअल आर्ट्स विभाग के विद्यार्थियों को हर संभव सहायता प्रदान करने की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कुलपति प्रो राजबीर सिंह ने ये उद्गार व्यक्त किए। 

कुलपति प्रो राजबीर सिंह ने मंगलवार को विजुअल आर्ट्स विभाग में दीवार भित्ति (वॉल मुराल) का लोकार्पण किया।  विभागाध्यक्ष संजय कुमार के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों ने इस सुन्दर वाल मुराल का सृजन किया है। विजुअल आर्ट्स विभाग में प्रथम तल पर दीवार पर भित्ती चित्र सृजित किया गया है, जिसमें सैरामिक मैटेरियल से एक सफ़ेद रंग के घोड़े की शानदार चाल को दर्शाया गया है।

विभागाध्यक्ष संजय कुमार ने कार्यक्रम में इस भित्ती चित्र के सृजन प्रक्रिया पर प्रकाश डाला। उन्होंने विभाग की विकास यात्रा तथा विशेष उपलब्धियों का ब्यौरा दिया। संजय कुमार ने मदवि परिसर के सौंदर्यीकरण में विजुअल आर्ट्स विभाग द्वारा योगदान देने की पहल की।    

कुलपति प्रो राजबीर सिंह ने विजुअल आर्ट्स विभाग की इस सृजनात्मक पहल की सराहना करते हुए कहा कि कला अध्ययन से इतर शिक्षण में ‘लर्निंग बाय डूइंग’ महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि भविष्य में विजुअल आर्ट्स विभाग में फोटोग्राफी तथा आर्ट्स हॉबी क्लासेज की व्यवस्था की जाएगी। राष्ट्रीय स्तर के चित्रकारों, मूर्ति शिल्पी तथा अन्य कला विधा के कलाकारों को बुलाकर विभाग में कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। कुलपति ने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि ‘जिंदगी न मिलेगी दोबारा’ इसलिए समय का सदुपयोग कर कला साधना में समय लगाएं तथा अपनी प्रतिभा को तराशें।

विजुअल आर्ट्स विभाग के प्राध्यापक डॉ राजेश कुमार ने आभार प्रदर्शन किया। छात्र अमन ने मंच संचालन किया। इस दौरान अधिष्ठाता, मानविकी एवं कला संकाय प्रो. रणदीप राणा, चीफ वार्डन बॉयज प्रो. सत्यवान बरोदा, पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष प्रो. हरीश कुमार, राजनीति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. राजेन्द्र शर्मा, फॉरेंसिक साइंस विभाग की अध्यक्षा डा. नीलकमल, सीसीपीसी निदेशिका प्रो. दिव्या मल्हान, दृश्य कला विभाग के प्राध्यापकगण- डॉ अंजलि दुहन, डॉ राजेश कुमार, प्रवीण कुमार, निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी, सहायक निदेशक युवा कल्याण डॉ प्रताप राठी, डॉ सपना शर्मा, विभाग के शोधार्थी, विद्यार्थी मौजूद रहे। विभाग के विद्यार्थियों ने कुलपति को विभाग संबंधित फीडबैक भी दिया।