आर्यवीरदल का 10 दिवसीय प्रांतीय व्यायाम प्रशिक्षण एवं चरित्र निर्माण शिविर शुरू
रोहतक, गिरीश सैनी। सार्वदेशिक आर्यवीरदल हरियाणा के तत्वावधान में आर्यवीरदल की द्वितीय श्रेणी के 10 दिवसीय प्रांतीय व्यायाम प्रशिक्षण एवं चरित्र निर्माण शिविर का शुभारंभ गुरुकुल विश्वभारती लाढ़ौत में रविवार को हुआ। शिविर का शुभारंभ इस शिविर के मार्गदर्शक एवं गुरुकुल संचालक आचार्य हरिदत्त उपाध्याय, शिविराध्यक्ष आचार्य संदीप, व्यवस्थापक स्वामी सच्चिदानंद, प्रवीण आर्य, आचार्य धर्मवीर मुमुक्षु, आचार्य नंदलाल आदि की उपस्थिति में मुख्यातिथि सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान स्वामी आर्यवेश ने ध्वजारोहण के साथ किया। मंच संचालन गुरुकुल विश्वभारती लाढ़ौत के निदेशक आचार्य नंदकिशोर ने किया।
मुख्य अतिथि स्वामी आर्यवेश ने हरियाणा भर से आए लगभग 250 आर्यवीरों से मनुष्य की परिभाषा एवं उसके मुख्य कर्तव्य के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि मनुष्य वही होता है जो मननशील होकर अपने समान अन्यों के सुख-दुःख और हानि-लाभ को समझे। उन्होंने कहा कि हमें मनुष्य जीवन मनुष्य बनने और विवेक प्राप्त करने के लिए ही मिला है परन्तु हम इन ऐश्वर्यों को प्राप्त करने का प्रयत्न नहीं करते। उन्होंने ऋषि, मुनि व योगियों सहित राम, कृष्ण, चाणक्य, ऋषि दयानन्द आदि का अनुकरण करते हुए सत्याचरण की बात कही। इस दौरान संतराम शास्त्री, कौशल आर्य, गोवर्धन आर्य, सन्नी आर्य, करण, सागर, शेखर आर्य आदि मौजूद रहे।