अज्ञात व्यक्तियों द्वारा भेजे गए क्यूआर कोड की स्कैनिंग से बचेः उप पुलिस अधीक्षक डॉ. रविन्द्र

पुलिस की पाठशाला कार्यक्रम में विद्यार्थियों को किया साइबर अपराध व यातायात नियमों बारे जागरूक।

अज्ञात व्यक्तियों द्वारा भेजे गए क्यूआर कोड की स्कैनिंग से बचेः उप पुलिस अधीक्षक डॉ. रविन्द्र

रोहतक, गिरीश सैनी। जिला पुलिस अधीक्षक हिमांशु गर्ग के मार्गदर्शन में हरियाणा उदय कार्यक्रम के तहत उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय डॉ. रविन्द्र सिंह के नेतृत्व मे सरस्वती स्कूल में पुलिस की पाठशाला कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान साइबर थाना रोहतक व यातायात पुलिस टीम मौजूद रही। स्कूल के विद्यार्थियों को साइबर अपराध व यातायात नियमों के बारे जागरूक किया गया।

उप पुलिस अधीक्षक ने अपने संबोधन में कहा कि हर व्यक्ति को साइबर अपराध के घटित होने के तरीकों व उससे बचाव के तरीकों बारे में स्वयं जागरूक रहना व दूसरों को भी जागरूक करना बेहद जरूरी है। ताकि साइबर ठगों के झांसे में आकर अपनी कमाई हुई रकम को ना गवाएं। उन्होंने कहा कि अपनी निजी व्यक्तिगत जानकारी, बैंक से संबंधित जानकारी किसी अन्य अनजान व्यक्ति को ना बताए। किसी भी फोन कॉल, व्हाट्सएप कॉल या अनजान नंबरों से उनके पास भेजे गए लिंक पर क्लिक ना करें। ना ही अपनी गोपनीय जानकारी जैसे कि बैंक खाता, आधार नम्बर, ओटीपी किसी से शेयर करें।

विद्यार्थियों को यातायात नियमों बारे जागरूक करते हुए उप पुलिस अधीक्षक ने कहा कि हमें ट्रैफिक नियमों का पालन करना चाहिए। शराब पीकर वाहन नहीं चलाना चाहिए। माता-पिता 18 वर्ष से कम की आयु के बच्चों को मोटरसाइकिल इत्यादि वाहन चलाने के लिए ना दें क्योंकि इससे आपके बच्चों व दूसरे वाहन चलाने वालों को खतरा रहता है। वाहन का प्रयोग करते समय दो पहिया वाहन पर हेलमेट और चार पहिया वाहन पर सीट बेल्ट का प्रयोग जरूर करें। यह दो सुरक्षा कवच वाहन चलाते समय किसी प्रकार से असुविधा के कारण दुर्घटना हो जाने पर जिन्दगी को बचाते है।

उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया (फेसबुक तथा इंस्टाग्राम सहित अन्य प्लेटफार्म) पर प्राइवेसी सिक्योरिटी लगाकर रखें। अपने अकाउंट का मजबूत पासवर्ड बनाए और समय-समय पर बदलते रहें। मनी ट्रांसफर एप्लीकेशन (गूगल पे, फोन पे) आदि को सावधानीपूर्वक प्रयोग करें। किसी व्यक्ति के द्वारा बताए गए किसी भी ऑफर या किसी प्रकार का लालच में ना फंसे। अज्ञात व्यक्तियों द्वारा भेजे गए क्यूआर कोड की स्कैनिंग से बचना चाहिए। संदिग्ध पत्तों से आए ई-मेल, व्हाट्सएप व टेक्स्ट संदेशों का जवाब नहीं देना चाहिए।

उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय ने बताया कि साइबर अपराध घटित होने पर तुरंत 1930 पर कॉल करें और www.cybercrime.gov.in पर आनलाईन शिकायत दर्ज करवाएं। ताकि पीड़ित की धनराशि का बचाव किया जा सके। अगर किसी कारणवश काल 1930 पर नहीं लग रही तो डायल 112 पर भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते है। इसके अतिरिक्त प्रत्येक थाना मे स्थापित हैल्प डेस्क व साइबर थाना में भी अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।