फसल अवशेष प्रबंधन पर हुआ जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
निबंध लेखन में शुभम, पोस्टर मेकिंग में केशव प्रथम।

रोहतक, गिरीश सैनी। कृषि विज्ञान केंद्र रोहतक के तत्वावधान में अखिल भारतीय जाट सूरमा स्मारक महाविद्यालय में एनसीसी, वाईआरसी व एनएसएस इकाइयों के सौजन्य से फसल अवशेष प्रबंधन विषय पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
बतौर मुख्य वक्ता कृषि विज्ञान केंद्र से डॉ. मोहम्मद, डॉ. मीनाक्षी व डॉ. जगत सिंह ने शिरकत की। प्राचार्य डॉ. जोगेंद्र दहिया ने अतिथियों का पुष्प भेंट कर स्वागत किया। इस दौरान फसल अवशेष प्रबंधन पर निबंध लेखन व पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। निबंध लेखन में शुभम प्रथम, साहिल दूसरे व कोमल तीसरे तथा पोस्टर मेकिंग में केशव प्रथम, आदित्य दूसरे व शिवम तीसरे स्थान पर रहे। सभी विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।
मुख्य वक्ता डॉ. मोहम्मद ने बताया कि फसल उत्पादन के दौरान, मिट्टी को अच्छी तरह से ढीला और हवादार किया जाना चाहिए। उन्होंने खाद और उर्वरकों का प्रयोग सावधानी से करते हुए फसलों की सिंचाई नियमित रूप से किए जाने की बात कही। डॉ. मीनाक्षी ने विद्यार्थियों को किसानों को फसल के अवशेष न जलाने के लिए जागरूकता फैलाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि ज्यादातर किसान फसल अवशेषों का उचित प्रबंधन न करके उसे खेत में ही जला देते हैं, जबकि इन अवशेषों से खाद बनाकर खेत की उर्वरता बढ़ाई जा सकती है। डॉ. जगत ने भी फसल अवशेष प्रबंधन पर अहम जानकारी दी।
एनसीसी ऑफिसर लेफ्टिनेंट डॉ. विवेक दांगी ने आभार व्यक्त किया। मंच संचालन डॉ. मनीषा दहिया ने किया। इस दौरान डॉ. जसमेर सिंह, डॉ. संजीत, डॉ. नीरा, डॉ. लक्ष्मी, डॉ. शीशपाल सहित वालिंटियर्स मौजूद रहे।