जन स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा बैचलर ऑफ पब्लिक हेल्थ पाठ्यक्रमः कुलपति प्रो. राजबीर सिंह
उपलब्ध 60 सीटों पर एनईईटी-2024 की मेरिट के आधार पर होगा दाखिला।
रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू में नव-स्थापित यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ साइंसेज द्वारा सत्र 2024-2025 से प्रारंभ किया जा रहा - बैचलर ऑफ पब्लिक हेल्थ (बीपीएच) चार वर्षीय आनर्स विद रिसर्च पाठ्यक्रम 12वीं उत्तीर्ण विद्यार्थियों को पेशेवर कैरियर निर्माण के नए अवसर प्रदान करेगा।
यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ के निदेशक प्रो. मुनीष गर्ग ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 तथा नेशनल मेडिकल कमीशन के प्रावधानों के तहत प्रारंभ किया गया यह पेशेवर पाठ्यक्रम विद्यार्थियों के लिए बेहतर करियर निर्माण का अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने बताया कि इस पाठ्यक्रम में 60 सीटें उपलब्ध हैं और दाखिला एनईईटी परीक्षा 2024 की मेरिट के आधार पर होगा। इस पाठ्यक्रम के लिए पात्र विद्यार्थी 28 जून तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। पात्रता समेत अन्य विस्तृत जानकारी एमडीयू वेबसाइट पर उपलब्ध प्रॉस्पेक्ट्स से प्राप्त की जा सकती है।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने बताया कि यह नूतन एवं अनूठा पाठ्यक्रम इंटरडिसीप्लीनरी एजुकेशन के केन्द्र के तौर पर समाज में जन स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि पब्लिक हेल्थ क्षेत्र में करियर की बेहतरीन संभावनाएं हैं। इस विषय की मल्टी डिसीप्लिनरी परिप्रेक्ष्य के चलते विद्यार्थी सुनहरा करियर बना सकते हैं। बैचलर ऑफ पब्लिक हेल्थ की डिग्री प्राप्त करने के उपरांत विद्यार्थी बतौर एपिडेमियोलॉजिस्ट, हेल्थ एजुकेटर, एनवायर्नमेंटल हेल्थ स्पेशलिस्ट, हेल्थ पॉलिसी एनालिस्ट, बायोस्टैटिस्टिशियन, पब्लिक हेल्थ एडमिनिस्ट्रेटर, ग्लोबल हेल्थ स्पेशलिस्ट, क्लीनिक रिसर्च ऑफिसर अपना करियर बना सकते हैं।
प्रो. गर्ग ने बताया कि बीपीएच सरकारी क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर, नेशनल हेल्थ मिशन, स्टेट हेल्थ डिपार्टमेंट, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च व नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन व यूनाइटेड नेशन एजेंसी में रोजगार के अवसर प्रदान करेगा। निजी क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर प्राइवेट हेल्थ आर्गेनाइजेशन, हॉस्पिटल, फार्मास्यूटिकल कंपनी, हेल्थ इंश्योरेंस फर्म्स तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्राइवेट हेल्थकेयर कंपनी, कंसल्टिंग फर्म, फार्मास्यूटिकल/बायोटेक्नोलॉजीकल कंपनी में रोजगार के मौके देगा। इसके अलावा राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एनजीओ तथा रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन में भी विद्यार्थियों के लिए कैरियर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेगा।