चुनाव तिथि में बदलाव की मांग पर जंग

चुनाव तिथि में बदलाव की मांग पर जंग

-*कमलेश भारतीय
यह भी कमाल हो गया । भाजपा के‌ नये प्रदेशाध्यक्ष मोहन बड़ौली ने एक पत्र लिखकर हरियाणा विधानसभा चुनाव में मतदान की तिथि बदलने की मांग निर्वाचन आयोग के पास की है, जिससे नयी जुबानी जंग शुरू हो गयी है। बड़ी देर की मेहरबान आते आते, बड़ौली जी। यह क्या दूर की कौड़ी लाये ढूंढकर आप? बड़ौली महाश्य ने छुट्टियों की दुहाई देते चुनाव की तिथि बदलने की मांग की है और इनके सुर में सुर मिलाते अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के  वरिष्ठ उपप्रधान सुभाष व पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई ने यह जोड़ा है कि पहली अक्तूबर को मुकाम में मेला होने के चलते समाज के लोग उसमें भाग लेने जायेंगे, इसलिए यह तिथि बदली जाये। लगे हाथो इनेलो नेता अभय चौटाला ने भी सुर मिला दिया कि लंबे सप्ताहांत पर लोग छुट्टियां बिताने चले जायेगे, इसलिए तिथि में बदलाव जरूरी है। 
इसका विरोध करते नेता प्रतिपक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि चुनाव मतदान की तिथि में बदलाव से साफ जाहिर है कि भाजपा ने चुनाव से पहले ही हार मान ली। इस बार वोटर्ज छुट्टियां मनाने नहीं जायेंगे बल्कि भाजपा सरकार की छुट्टी करेंगे‌ । चुनाव की घोषणा एक सप्ताह से हो चुकी है । भाजपा अब चुनाव को टलवाना चाहती है और अभय चौटाला भी साथ निभा रहे हैं । लोकसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने भी कहा कि चुनाव टालने की मांग यह दर्शाती है कि भाजपा किस कद्र घबराई हुई है। छुट्टियों का बहाना बना कर चुनाव टालने की साज़िश रची जा रही है । दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा की जनता बहुत जागरूक जनता है, वह छुट्टी मनाने नहीं जायेगी बल्कि भाजपा की छुट्टी करने के लिए भारी संख्या में मतदान करेगी। 
वैसे जिस तरह का समय चल रहा है, जिसमें ईडी, निर्वाचन आयोग, सीबीआई जैसी संस्थायें जैसा रुख अपनाये हुए हैं, कुछ कह नहीं सकते कि क्या हो जाये पर यह संदेश तो जायेगा ही आखिर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ने किस कारण तिथि बदलने की मांग अचानक से कर डाली। हम तो यही कहेंगे:
खुद को इतना भी न बचाया कर
बारिशें हों तो भीग जाया कर!! 
और यह भी चल रहा है 
अजीब सा है बहाना मगर तुम आ जाना 
हमारे गांव का सैलाब देखने के लिए!! 
-*पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी।