मस्त रहो, व्यस्त रहो और सफल रहो
-*कमलेश भारतीय
सफलता का मंत्र सब जानना चाहते हैं। बहुत सी किताबें और सफलता के मंत्र बाज़ार में हैं। कैसे सफल हों हम? यह सवाल सबके मन में उठता रहता है। स्वीडन के कैरोलिंस्का इंस्टीट्यूट में बिहेवियर जेनेटिक्स की प्रो मिरियम ने अपने शोध से सफलता के नये मंत्र दिये हैं, जो सराहनीय और अनुकरणीय हैं। प्रो मिरियम का कहना है कि 'अपना फ्लो' पहचानो यानी वही 'थ्री इडियट्स' वाली बात कि अपने दिल की सुनो और जो दिल कहता है, वही करो तब सफलता निश्चित है। क्या आप कभी लेख लिखते या कोई गेम खेलते समय स्थान और समय भूल गये ? यदि ऐसा है तो आप सफल हैं। डूब जाओ जो भी कर रहे हो, पूरी तरह। किसी वाद्य यन्त्र को बजाते या कोई गीत गाते आप पूरी तरह उसमें डूबते जाते हैं तो निश्चित ही आप सफल हैं। हर काम में अपनेआपको पूरी तरह मग्न कर लो। इसे मनोविज्ञान में 'फ्लो स्टेट' कहते हैं यानी एकाग्रता की स्थिति। एकाग्रता बनाये रखने का निरंतर अभ्यास कीजिये।
प्रो मिरियम के मंत्र हैं कि स्पष्ट लक्ष्य तय करने चाहिएं और उस लक्ष्य पर नियमित काम करना चाहिए। कई काम एक साथ न करें, इससे आपका 'फ्लो' यानी एकाग्रता टूटती है। सफलता के मंत्र में जोखिम उठाने और जटिल समस्याओं को निपटाने और उत्साह बनाये रखने का मंत्र भी शामिल है। कलात्मक अभिव्यक्ति की सीमा बढ़ाने का मंत्र भी शामिल है। इस तरह सफलता के ये नये मंत्र नहीं हैं लेकिन नये तरीके से सामने रखे गये हैं। यह भी सच है कि मेहनत की बजाय सफलता का और कोई मंत्र नहीं है। अपना लक्ष्य तय करो और फिर एकाग्रता से, अपने फ्लो में इसे पाने के लिए जुट जाओ, जब तक कि मज़िल न मिल जाये। दशरथ मांझी ने वह पहाड़ तराश डाला जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था।हिसार की माउंट एवरेस्ट विजेता यानी 'हिमपुत्री' रीना भट्टी पिछले वर्ष अचानक आईं खराब परिस्थितियों के चलते माउंट एवरेस्ट पर विजय से कुछ कदम दूर रह गयी थी लेकिन हौंसला न छोड़ा और इस वर्ष वह माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा लहरा कर ही लौटी।
विफलता से कभी न डरो। एक बार विफल होने पर फिर नयी हिम्मत से जुट जाओ यानी ट्राई ट्राई अगेन।
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती
लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती !
-*पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी।