शराब छुड़ाने का नुस्खा बेलन गैंग
-*कमलेश भारतीय
जो कहें मंत्री, वही सही। मध्य प्रदेश के मंत्री नारायण कुशवाहा ने कमाल का मंत्र दिया है महिलाओं को पतियों की शराब छुड़वाने का। पति को कहो कि बाहर न पियें बल्कि घर लाकर पियें और घर में बच्चों के सामने पी नहीं सकेंगे और यदि पी तो फिर बेलन दिखायें और बेलन गैंग बना लें। उन्हें खाना बना कर मत दो, भूखे रहने दो। शराबी पतियों को अक्ल सिखाने के लिए बेलन गैंग बना लें।
शराब छुड़ाने में जहां बड़े बड़े डाक्टर फेल हो गये, वहां मध्यप्रदेश के मंत्री महोदय का नुस्खा कितना कारगर साबित हो पायेगा?
मुझे याद आता है जब मैं एक समय हिसार के एसपी राजपाल के साथ एक गांव में गया, नाम जानबूझकर नहीं दे रहा हूँ लेकिन शराब की भट्ठियों के लिए बहुत मशहूर है यह गांव। शराब छोड़ने और शराब की भट्ठियां बंद करने के जवाब में जो एक युवक ने कहा, वह हैरान कर देने वाला था। युवक ने कहा कि यह तो हमारा रोज़गार है, साहब। हम इसे कैसे छोड़ सकते हैं? हमारे पास और कोई काम नहीं है तो और क्या करें? सरकार रोज़गार दे हमें।
शराब एक रोज़गार और युवक अवैध शराब बनाने और बेचने में कोई शर्म महसूस नहीं कर रहा था और वह भी एक एसपी के सामने। फिर बताइये, मध्यप्रदेश के मंत्री ऐसे युवकों के लिए कौन सा नुस्खा तजबीज करेंगे?
शराब एक बुराई है लेकिन इसे सोमरस कहकर देवताओं के साथ जोड़ते हैं पीने वाले। अवैध शराब के पीने से अनेक कांड सामने आते हैं। बिना डिग्री की शराब कहां मार कर दे, कौन कह सकता है। जब कोई कांड हो जाता है तब जाकर पुलिस और प्रशासन हरकत में आते हैं, फिर वही शांति हो जाती है।
मंत्री महोदय। यह इतना सरल नहीं, पुरुष प्रधान समाज में। अभी तक बच्चों के सामने ही पीते हैं पैसे न देने पर पत्नी को बुरी तरह पीटते हैं। वह बेचारी, बेलन कहां उठा पाती है। आपका नुस्खा बिल्कुल भी कारगर नहीं। सरकार की जिम्मेदारी पत्नियों पर डाल कर निश्चिंत होना चाहते हो तो अलग बात है। वैसे पीने वालों के लिए कहते हैं:
कल हमने पीने से तौबा की
आज कल न पीने की खुशी में दो बार पी!
-पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी।