फेसबुक और व्हाट्सएप पर न्यूड वीडियो कॉल के माध्यम से ब्लैकमेल करने वाले साइबर फ्रॉड से रहें सावधानः एसपी हिमांशु गर्ग
रोहतक, गिरीश सैनी । जिला पुलिस अधीक्षक हिमांशु गर्ग ने बताया कि साइबर अपराधियों ने लोगों को ठगने का नया तरीका निकाला है। साइबर अपराधी लड़कियों के नाम से व्हाट्सएप व फेसबुक पर दोस्ती करके चैट के माध्यम से वीडियो कॉल कर न्यूड विडियो रिकॉर्डिंग कर लेते है और इसके बाद पीड़ित युवक को झांसे में लेकर वीडियो वायरल करने की धमकी देकर बार-बार रुपयों की मांग करते है। एसपी ने इस प्रकार के साइबर अपराधियों से बचकर रहने की अपील की।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सोशल मीडिया पर न्यूड वीडियो कॉल करके ब्लैकमेल किया जाता है। जिन खूबसूरत लड़कियों के नाम से वीडियो कॉल करके न्यूड फिल्म बनाकर ब्लैकमेल किया जाता है, वास्तव में वो सबकुछ नकली नाटक होता है। फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप सहित किसी अन्य ऑनलाइन डेटिंग एप पर अपने प्रोफाइल में खूबसूरत फोटो लगा कर लड़की के नाम से लड़के गैंग बनाकर खूबसूरत फोटो के जरिए अलग-अलग नाम से फर्जी प्रोफाइल बनाकर पहले डेटिंग एप या सोशल मीडिया पर युवकों से दोस्ती करते हैं। इसके बाद रात में फेसबुक मैसेंजर या व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल कर न्यूड वीडियो बना लेते हैं। ये साइबर अपराधी वीडियो कॉलिंग के दौरान मोबाइल फोन पर स्क्रीन रिकॉर्ड ऑन कर रिकॉर्डिंग कर लेते हैं। इसके बाद बैकग्राउंड में पहले से बनाई गई लड़की के न्यूड होने की वीडियो प्ले कर देते हैं और फिर बाद में इसी वीडियो को फेसबुक फ्रेंडस और रिश्तेदारों को भेजने की धमकी देकर ब्लैकमेल करते हैं।
पुलिस अधीक्षक हिमांशु गर्ग ने बताया कि सावधानियों को अपनाकर इस प्रकार के फ्रॉड से बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया अकाउंट के प्रोफाइल को हमेशा लॉक रखें तथा अपने फेसबुक प्रोफाइल पर प्राइवेसी सेटिंग करके रखें। अंजान नम्बर से वीडियो कॉल को रिसीव ना करें। अगर कॉल रिसीव कर ली गई है तो मोबाइल का कैमरा फ्रंट की वजह रियल मोड़ पर कर दे या हमेशा फेस को दूर रखें। अगर आपकी वीडियो यूट्यूब पर अपलोड कर दी गई है, तो उसे रिपोर्ट कर दें। ऐसा करने पर यूट्यूब उस वीडियो को यूट्यूब से हटा देगी। किसी भी अजनबी को अपने प्रोफाइल के बारे में पूरी जानकारी ना दें। अपनी पहचान या कोई एड्रेस भी ना दें और ना ही अपना पर्सनल मोबाइल नंबर शेयर करें।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस प्रकार का फ्रॉड होने पर बेझिझक साइबर क्राइम थाना या नजदीकी पुलिस थाना में स्थापित साइबर डेस्क व नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) पर शिकायत दर्ज करवाएं। इसके अलावा राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1930 पर या डायल 112 पर भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।