समाचार विश्लेषण/भारत जोड़ो यात्रा और हरियाणा के मुद्दे
-*कमलेश भारतीय
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के हरियाणा के दूसरे चरण में प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व ने बड़ी चतुराई से इसे चुनाव मोड में लाने में कोई कसर नहीं छोड़ी ! पहले चरण में मेवात को साधने की कोशिश रही और अब दूसरे चरण में उत्तरी हरियाणा और उसमें भी जी टी रोड क्षेत्र को साधने कोशिश कही जा सकती है पानीपत की रैली ! कल यात्रा के बीच पानीपत की रैली रखी गयी और भीड़ जुटा कर हरियाणा के मुद्दे राहुल गांधी की ओर से उठाये गये तो यह साबित हो गया कि यह चुनावी शंखनाद है कांग्रेस का ! भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी ने बेरोजगारी में हरियाणा को चैम्पियन करार देने में कोई संकोच नहीं किया तो अग्निवीर योजना की भी पोल खोली ! नोटबंदी -जीएसटी को पहले मेवात में भी उठा चुके हैं राहुल । अब पानीपत का महत्त्व तो इतिहास में सब जानते हैं जिसे पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने संबोधन में बयान करते इशारों इशारों में कह दिया कि अब पानीपत से हम दिल्ली जीतेंगे ! अब दिल्ली की बारी है । पानीपत को पांडवों से भी जोड़कर देखा जाता है । यदि पांडवों से भी जोड़कर देखें तो वे भी पांच गांव तक न मिलने पर न्याय के लिए धर्मयुद्ध यानी महाभारत लड़े थे । अब नये महाभारत में कांग्रेस सरकारों को असंवैधानिक तरीको से गिराने में कोई संकोच नहीं ! फिर लड़ाई तो काफी बड़ी है । ईडी और सीबीआई का जिक्र जयराम रमेश और पवन खेड़ा भी करते हैं । इन हथियारों का सामना करने की जरूरत है ।
हरियाणा के मुद्दे उठाये जरूर लेकिन खेलमंत्री और महिला कोच के मुद्दे की उपेक्षा क्यों की गयी ? क्या नारी की सुरक्षा की बात गैरजरूरी थी ? इसी तरह हरियाणा के एकमात्र दूरदर्शन केंद्र को चंडीगढ़ शिफ्ट किये जाने की बात क्यों नहीं उठाई गयी ? हरियाणा के किसानों और कलाकारों के लिये यह दूरदर्शन केंद्र बीस साल पहले बनाया गया था और इसका भव्य उद्घाटन किया गया था अम्बाला की बेटी और तब सूचना व प्रसारण मंत्री सुषमा स्वराज की ओर से । जब आप उत्तरी हरियाणा को साधने ही निकले हो तो सुषमा स्वराज की देन को चंडीगढ़ शिफ्ट होने का विरोध क्यों नहीं कर रहे ? जब आप भाजपा कार्यकर्त्ता की फैक्ट्री में जाकर चाय पी सकते हो तो सुषमा स्वराज का जिक्र भी कर सकते हो ! हरियाणा में आयें और महिला कोच का मुद्दा और हरियाणा के एकमात्र दूरदर्शन केंद्र की बात करें , ऐसा कैसे हो सकता है ? उम्मीद है कि अम्बाला पहुंचते पहुंचते ये मुद्दे भी भारत जोड़ो यात्रा में चाहे आईटी प्रकोष्ठ ही उठाये , उठने चाहिएं ! सूचना व प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर चार दिसम्बर को ही दूरदर्शन केंद्र हिसार आये थे और एक माह बाद ही इसे शिफ्ट करने के आदेश भेज दिये ! मांगा था इसका इलाज और कर दिया इसे शिफ्ट ! यह कैसा फैसला ?
आखिर में कांग्रेस की गुटबाजी पर भी सभी तरफ चर्चायें हो रही हैं । क्या एक कप चाय इन सभी नेताओं के साथ राहुल पीयेंगे ? बहुत जरूरी है एकजुटता की एक प्याली चाय !
-*पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी ।