गुजवि में आयोजित श्री राम-कथांजलि में भूमिका व मोनिका प्रथम
हिसार, गिरीश सैनी। अयोध्या में श्री राम लला प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक प्रसंग को समर्पित करते हुए, गुरु जम्भेश्वर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सैल के स्पीकाथॉन क्लब ने रामायण से जीवन कौशल विषय पर हिंदी व अंग्रेजी भाषा में कहानी प्रतियोगिता श्री राम-कथांजलि का आयोजन किया।
कुलपति प्रो नरसी राम बिश्नोई ने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए स्पीकाथॉन क्लब को बधाई देते हुए कहा कि श्रीराम और रामायण के अन्य पात्रों के जीवन से, विद्यार्थी सम्पूर्ण मानव बनने और अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक सभी जीवन कौशलों को सीख सकते हैं। कुलसचिव प्रो विनोद छोकर ने प्रतिभागियों को बधाई देते हुए सभी विद्यार्थियों से इस प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक कार्यक्रम को पूरे उत्साह से मनाने का आग्रह किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कॉर्पोरेट-एकेडमिया सलाहकार विमल कुमार झा ने आज के युग में विभिन्न जीवन कौशल गुणों को सीखने के लिए श्री राम और रामायण के अन्य पात्रों से जुड़ने का महत्व बताया। एचएसबी की डॉ संगीता, फार्मेसी विभाग के डॉ. मनोज मेडल और अंग्रेजी विभाग की डॉ. पल्लवी ने निर्णायक मंडल की भूमिका निभाई। कार्यक्रम अध्यक्ष व प्लेसमेंट निदेशक डॉ. प्रताप सिंह ने बताया कि इस प्रतियोगिता में में 31 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
सहायक निदेशक डॉ. आदित्य वीर ने बताया कि हिंदी श्रेणी में मनोविज्ञान से भूमिका पहले, सीएसई से आकाश दूसरे और एचएसबी से भावना तीसरे स्थान पर रहे। अंग्रेजी श्रेणी में फार्मेसी से मोनिका प्रथम, गणित से सोनू दूसरे और इकोनॉमिक्स से कशिश तीसरे स्थान पर रहे।
प्रतिभागियों ने राम द्वारा वनवास की स्वीकृति, भरत के त्याग, हनुमान के समर्पण, राम-सुग्रीव की दोस्ती, श्रीराम की शबरी से मुलाकात, केवट-राम वार्ता, बालि निर्दलन, रावण के साथ जटायु का संघर्ष सहित अन्य प्रसंग सुनाए। निर्णायक मंडल ने सामग्री व प्रस्तुतिकरण की गुणवत्ता, रचनात्मकता और बॉडी लैंग्वेज के बारे में विस्तार से बताया।