कहानी प्रतियोगिता में भूमिका, कविता प्रतियोगिता में निशांत प्रथम
गुजवि में भारतीय भाषा महोत्सव आयोजित।
हिसार, गिरीश सैनी। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विवि में तीन दिवसीय ’भारतीय भाषा महोत्सव’ का आयोजन बीएससी बीएड, बीए बीएड आईटीईपी विभाग द्वारा किया गया।’भाषाओं के माध्यम से एकता’ थीम पर इस कार्यक्रम का संयोजन शिक्षा संकाय की अधिष्ठाता प्रो. वंदना पूनिया ने किया। प्रो. किशना राम बिश्नोई व उपनिदेशक जनसम्पर्क डॉ. बिजेंद्र दहिया ने बतौर विशेषज्ञ वक्ता शिरकत की।
प्रो. वंदना पूनिया ने बताया कि यह कार्यक्रम विद्यार्थियों को प्रमुख भारतीय भाषाओं, संस्कृति और परंपरा, एकता के बारे में जानने में मदद करेगा। प्रो. किशना राम बिश्नोई ने बताया कि भारतीय भाषा उत्सव एक बहु भाषाविद और स्वतंत्रता सेनानी ’महाकवि सुब्रमण्यम भारती’ की जयंती पर मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य भारतीय संस्कृति और बहुभाषीय शिक्षा को बढ़ावा देना है।
डॉ. बिजेंद्र दहिया ने कहा कि कोई भी साहित्यिक रचना लेखक के साहित्यिक कौशल पर ही निर्भर नहीं करती, बल्कि उसकी भावनाओं के साथ भी गहरा संबंध रखती है। साहित्य की रचना के लिए आवश्यक है कि रचनाकार अपने आस-पास घटित होने वाली घटनाओं तथा परिस्थितियों को संवेदनशील नजरिए से देखे। उन्होंने कविता को एक ऐसा माध्यम बताया, जिसके द्वारा हम अपनी भावनाओं और विचारों को रचनात्मक तरीके से व्यक्त कर सकते हैं।
कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने कहानी, कविता, लोकगीत प्रतियोगिता में बढ़-चढ़ कर भाग लिया गया। निर्णायक मंडल की भूमिका डॉ बिजेंद्र दहिया, डॉ विकास, डॉ नविता, डॉ कल्पना, डॉ ऊष्मा, डॉ कुलदीप ने निभाई। कविता में निशांत प्रथम, अपूर्वा दूसरे व तमन्ना तीसरे स्थान पर रही, वहीं कहानी में भूमिका प्रथम, कीर्ति दूसरे व रचना तीसरे स्थान पर रही। /13/12/2024