नई कैटेगरी के साथ फिर शुरू हुआ बिफ़्फ़ मुम्बई
बॉलीवुड इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल के चौथे सत्र का शुभारंभ हो गया है। 15 मार्च से देश विदेश की फिल्मों के लिए आवेदन स्वीकार करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इस बार भी बेहतरीन चयनित फ़िल्म को नवंबर में होने वाले फेस्टिवल में दिखाया जाएगा और पुरुस्कृत किया जाएगा।
बॉलीवुड इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल का आग़ाज़ एक बार फिर से ज़ोरो शोरों से होने जा रहा है। 15 मार्च से देश विदेश की फिल्मों के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरु हो रही है। पिछले बरस की तरह इस बार भी फीचर फिल्म, डाक्यूमेंट्री (लांग, शॉर्ट), लॉन्ग शॉर्ट फिल्म, शॉर्ट फिल्म, मोबाइल फ़िल्म, एनिमेशंस फ़िल्म, एल जी बी टी क्यू फ़िल्म, वेब सीरीज़, म्यूज़िक वीडियो, फीचर फिल्म स्क्रिप्ट( स्क्रीनप्ले), शॉर्ट फिल्म स्क्रिप्ट (स्क्रीनप्ले) कैटेगरी बनाई गई हैं
इस बार ख़ास बात यह है कि सिनेमा पर आधारित किताबों को भी फेस्टिवल में शामिल किया गया है। बता दें कि इससे पहले बिफ़्फ़ मुंबई फेस्टिवल सीज़न 3 का सफ़ल समापन 18 दिसंबर को मुंबई में हुआ था। 17-18 दिसंबर को हुए इस दो दिवसीय आयोजन में देश-विदेश से आईं अनेक शख्सियतें जुड़ीं। फेस्टिवल में जहाँ देश विदेश की बेहतरीन फ़िल्में, शॉर्ट फ़िल्म व डॉक्युमेंट्रीज़ दिखायी गईं वहीं इस मंच से फ़िल्म जगत की अनेक महान हस्तियों से रूबरू होने का अवसर भी प्राप्त हुआ। अंत मे बेस्ट कैटेगरी को अवार्ड से भी नवाज़ा गया। बॉलीवुड इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल तीन साल से लगातार सफलता की ऊंचाइयों को छू रहा है। बॉलीवुड एक्टर यशपाल शर्मा एवं बॉलीवुड एक्टर, डायरेक्टर प्रतिभा शर्मा इसकी संस्थापक हैं जिन्होंने प्रथम लॉकडाउन में इस मंच की स्थापना की थी। लगातार तीन सालों से इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल सफलता की बुलंदियों को छू रहा है। इसकी संस्थापक प्रतिभा शर्मा ने बताया कि पहले ही वर्ष में लगभग 200 फिल्मों को ज्यूरी द्वारा सम्मिलित किया गया। तीसरे वर्ष तक आते-आते इस फेस्टिवल ने देश विदेश के सिनेमाप्रेमियों में अपनी एक पहचान बना ली। यही वजह है कि तीसरे बरस भी भारी तादाद के साथ फिल्मों के आवेदन आए। विषय की दृष्टि से लगभग सभी फिल्में सामाजिक मुद्दों पर आधारित थीं। यशपाल शर्मा तथा प्रतिभा शर्मा के अनुसार आज के कमर्शियल दौर में बॉलीवुड इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का एक ही उद्देश्य है कि दर्शकों तक ज़्यादा से ज़्यादा स्तरीय व बेहतरीन फ़िल्मे पहुँचाएं और पिछले तीन सेशन में बिफ़्फ़ ने यह अभूतपूर्व सफल प्रयास करके दिखाया है।
-डॉ तबस्सुम जहां