जैविक अनुसंधान ने मानव स्वास्थ्य की दिशा में नई संभावनाओं के द्वार खोलेः प्रो. ए.एस. मान
जैविक अनुसंधान में हालिया प्रगति पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित।

रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू के जेनेटिक्स विभाग द्वारा स्वराज सदन में- मानव स्वास्थ्य के लिए जैविक अनुसंधान में हालिया प्रगति विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
एमडीयू के डॉ. राधा कृष्ण फाउंडेशन फंड द्वारा प्रायोजित इस राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ बतौर मुख्यातिथि डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. ए.एस. मान ने किया। कुलसचिव डा. कृष्णकांत ने उद्घाटन सत्र में बतौर विशिष्ट अतिथि शिरकत की। प्रो. मान ने कहा कि वर्तमान दौर में जैविक अनुसंधान ने मानव स्वास्थ्य की दिशा में नई संभावनाओं के द्वार खोले हैं। आने वाले वर्षों में जैविक अनुसंधान निवारक चिकित्सा, व्यक्तिगत उपचार और दीर्घायु जीवन में क्षेत्र में क्रांति ला सकता है। कुलसचिव डा. कृष्णकांत ने कहा कि नई प्रौद्योगिकी एआई इत्यादि ने जैविक अनुसंधान में तेजी से प्रगति आई है। जैविक अनुसंधान की प्रगति वैज्ञानिक प्रयोगशाआलों से बाहर निकलकर आम आदमी के जीवन में बेहतर स्वास्थ्य, लंबी उम्र और गुणवत्तापूर्ण जीवन शैली लाने में सहायक बन रही है। डीन, आर एंड डी प्रो. हरीश दूरेजा ने भी अपने विचार रखे।
जेनेटिक्स विभागाध्यक्ष और संगोष्ठी संयोजक प्रो. एस.के. तिवारी ने प्रारंभ में स्वागत भाषण दिया और संगोष्ठी की विषयवस्तु पर प्रकाश डाला। जीव विज्ञान संकाय की डीन प्रो. मीनाक्षी वशिष्ठ ने जीव विज्ञान संकाय द्वारा संचालित पाठ्यक्रमों और अवसरों के बारे में बताया। पहले सत्र में नई दिल्ली के इंटरनेशनल सेंटर फॉर जेनेटिक इंजीनियरिंग एंड बायोटेक्नोलॉजी के मलेरिया बायोलॉजी ग्रुप के प्रो. पवन मल्होत्रा ने वैक्सीन विकास के लिए विभिन्न रणनीतियां- मलेरिया वैक्सीन की स्थिति विषय पर व्याख्यान दिया। दूसरे सत्र में नई दिल्ली के दिल्ली विवि दक्षिण परिसर के जेनेटिक्स विभाग की प्रमुख प्रो. तपस्या श्रीवास्तव ने आनुवांशिक प्रवृत्ति, फेफड़ों के कैंसर का विकास और हाइपोक्सिक ट्यूमर माइक्रो एनवायरनमेंट विषय पर व्याख्यान दिया। तीसरे सत्र में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान, नई दिल्ली में मुख्य आहार विशेषज्ञ और एकीकृत आहार विज्ञान विभाग की प्रमुख डॉ. ज्योति अरोड़ा ने एडेप्टोजेन्स की अप्रयुक्त क्षमता का दोहन विषय पर व्याख्यान दिया। विशेषज्ञों ने विद्यार्थियों के साथ संवाद किया और उनके प्रश्नों के उत्तर दिए।