बाढ़ प्रभावितों को मुआवजा देने में देरी कर रखी है बीजेपी-जेजेपी सरकार ने: हुड्डा
कहा, सिर्फ हवाई निरीक्षण व हवा-हवाई बातें कर रही है सरकार, धरातल पर नहीं हो रहा कोई काम।
रोहतक, गिरीश सैनी। पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि बीजेपी-जेजेपी सरकार जानबूझकर बाढ़ प्रभावितों को मुआवजा देने में देरी कर रही है। एक बार फिर पोर्टल का हवाला देकर सरकार अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रही है। हुड्डा ने बताया कि उन्होंने प्रदेश के सभी बाढ़ प्रभावित जिलों का दौरा किया है। बाढ़ की वजह से प्रदेश में भयंकर नुकसान हुआ है। किसानों की लाखों एकड़ फसल बर्बाद हो गई। अभी भी खेतों में इतना पानी खड़ा है कि अगले सीजन के लिए भी बुवाई संभव नहीं है। इसीलिए कांग्रेस ने किसानों के लिए 40 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजे की मांग की है।
पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए हुड्डा ने कहा कि फसलों के साथ-साथ किसानों के ट्यूबवेल सिस्टम और मोटर भी खराब हो चुके हैं। इसके लिए किसानों को अतिरिक्त मुआवजा मिलना चाहिए। खेती बर्बाद होने की वजह से पशुओं के लिए चारे की भी किल्लत हो गई है। सरकार को इसकी तरफ भी ध्यान देना चाहिए और पशुपालकों की मदद करनी चाहिए। किसानों के साथ बाढ़ की वजह से दुकानदारों और कारोबारियों को भारी नुकसान झेलना पड़ा। जलभराव के चलते हजारों मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। ऐसे में सरकार को बिना देरी किए मुआवजा देना चाहिए था। लेकिन ऐसा करने की बजाय उसने पीड़ितों को पोर्टल के जंजाल में उलझा दिया है।
हुड्डा ने कहा कि बीजेपी-जेजेपी सरकार सिर्फ हवाई निरीक्षण व हवा-हवाई बातें कर रही है। जबकि धरातल पर कोई काम करती हुई नजर नहीं आ रही। लेकिन कम से कम सरकार को अब जाग जाना चाहिए। क्योंकि बाढ़ के बाद कई खतरनाक बीमारियां फैलने का खतरा बना हुआ है। जबकि प्रदेश के अस्पतालों में पहले से ही डॉक्टरों का टोटा है। ऐसे में सरकार को आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि पहले भी सरकार द्वारा समय रहते तैयारी नहीं की गई, ना ड्रेन्स की सफाई की गई और ना ही नदी व नहरों के तटबंध मजबूत किए गए। सरकार की इसी कारगुजारी का खामियाजा प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ा।