प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने पर ‘पदक लाओ, पद पाओ’ नीति फिर से होगी लागूः सांसद दीपेन्द्र हुड्डा
रोहतक, गिरीश सैनी। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने वीरवार को रोहतक में आयोजित कई सामाजिक कार्यक्रमों में शिरकत की। एससी समाज द्वारा आयोजित दिवाली मिलन समारोह में दीपेन्द्र हुड्डा ने सभी को दीपावली की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए गंभीर होते जा रहे वायु प्रदूषण को लेकर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि प्रदूषण इतना अधिक बढ़ चुका है लेकिन सरकार इस दिशा में कोई कदम नहीं उठा रही है। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि आज भाजपा की सरकार में हर वर्ग तो दुःखी है ही लेकिन इस सरकार ने खास तौर पर एससी समाज पर बड़ा प्रहार करने का काम किया है। कांग्रेस पार्टी और एससी समाज का चोली-दामन का नाता रहा है और जब-जब इस समाज ने आशीर्वाद दिया देश व प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनी और जब-जब एससी समाज कांग्रेस से विमुख हुआ तब-जब कांग्रेस सत्ता से बाहर हुई और जब भी कांग्रेस सत्ता से बाहर हुई, तो दूसरी पार्टियों ने एससी समाज के अधिकारों पर सबसे ज्यादा प्रहार भी किया। इसका उदाहरण हरियाणा में साफ देखा जा सकता है।
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि जो हरियाणा 2014 तक विकास के हर पैमाने पर नंबर 1 था उसे भाजपा सरकार ने बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, अपराध, नशाखोरी में नंबर 1 पर पहुंचा दिया। उन्होंने कहा कि 2014 में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद से हरियाणा में दलितों के खिलाफ अपराधों में 96.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 2014 में दलित समाज के खिलाफ अपराध 16.2 से बढ़कर 38.8 प्रतिशत पर पहुंच गया यानी दलितों के खिलाफ अपराध दो-ढाई गुना बढ़ गया। आज ऐसे लोग सत्ता में हैं जो संविधान को बदलना चाहते हैं। लेकिन भाजपा चाहे जितना जोर लगा ले हम संविधान का एक शब्द भी बदलने नहीं देंगे।
सांसद ने कहा कि हरियाणा में इतनी बड़ी बेरोजगारी है कि हाल में हुई ग्रुप डी परीक्षा में 13 हजार पदों के लिये 14 लाख युवाओं ने फार्म भरे। उन्होंने कहा कि हुड्डा सरकार के समय पूरे प्रदेश में 2400 सरकारी स्कूल बने। शिक्षा विभाग में करीब 1 लाख से ज्यादा भर्ती की गयी। 12 विश्वविद्यालय बने जिसमें बाबा साहब के नाम से उत्तर भारत का अकेला विश्वविद्यालय बना। सरकारी शिक्षा क्षेत्र का विस्तार हुआ ताकि गरीब घर का साधारण बच्चा भी अच्छी से अच्छी शिक्षा हासिल कर सके। इसके उलट भाजपा सरकार ने 5000 से ज्यादा सरकारी स्कूलों में ताला लगाकर बंद कर दिया या मर्ज कर दिया, इसके खिलाफ स्कूलों के छोटे-छोटे बच्चों को धरने पर बैठना पड़ा। 9 साल में शिक्षकों की कोई भर्ती नहीं की। हरियाणा में कौशल निगम के जरिये पक्की नौकरियों को कच्चे में बदला जा रहा है, जहां आरक्षण की कोई व्यवस्था नहीं है। इसमें सबसे ज्यादा किसी का हक मारा जा रहा है तो वो एससी समाज, ओबीसी समाज का मारा जा रहा है। अगले साल 1 नवम्बर से हरियाणा में बदलाव होगा कौशल निगम को खत्म करके खाली पड़े 2 लाख सरकारी पदों पर पक्की भर्ती करने का काम कांग्रेस पार्टी करेगी ये हमारा संकल्प है।
इस दौरान उन्होंने 19वें एशियन गेम्स में देश के लिए पदक जीतने वाले विजेता खिलाड़ियों - योगेश नरवाल, मनीष नरवाल, संदीप दांगी, रीतिका हुड्डा के सम्मान में विभिन्न स्थानों पर आयोजित समारोह में शामिल होकर खिलाड़ियों को सम्मानित किया और भविष्य के लिए अपनी शुभकामनाएं दी। इस दौरान सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि हमारी नीति युवाओं को खिलाड़ी बनाने की थी जबकि बीजेपी-जेजेपी सरकार की नीति युवाओं को नशेड़ी बनाने, घर-घर शराब के ठेके खुलवाने, अवैध और जहरीली शराब बिकवाने और प्रदेश भर में नशा कारोबारियों को खुली छूट देने की है। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा के युवाओं को नशे और बेरोजगारी से बचाने की जरूरत है। बेरोज़गारी से नशा और नशे से अपराध बढ़ता है।
दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा के गांव-गांव में खेल प्रतिभाएं मौजूद हैं और इसी को पहचानकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा बनायी गयी खेल नीति से आज हमारे खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में जीत का परचम लहरा रहे हैं। हुड्डा सरकार के समय शुरू की गई हरियाणा की खेल नीति को देश भर में मिसाल माना जाता है। इस नीति के तहत मेडल विजेता प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों को सीधे डीएसपी व अन्य सम्मानजनक सरकारी पदों पर नौकरियां मिलने के कारण प्रदेश के युवाओं में खेल को करियर बनाने का नया जुनून तैयार हुआ था। जिसका परिणाम ये हुआ कि ओलंपिक, कामनवेल्थ, एशियन गेम्स और विश्व चैंपियनशिप में हरियाणा के खिलाडिय़ों ने सबसे ज्यादा मेडल जीतकर देश की झोली में डाले और पूरी दुनिया में देश-प्रदेश का नाम रोशन किया। इतना ही नहीं, हुड्डा सरकार ने स्कूली बच्चों के लिये अनिवार्य ‘स्पैट’ नीति बनाई थी जिसके तहत शीर्ष प्रदर्शन करने वाले बच्चों को 1500-2000 रुपये का मानदेय मिलता था। उन्होंने भरोसा दिलाया कि आगामी चुनाव के बाद प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने पर खिलाड़ियों के मान-सम्मान और भविष्य की सुरक्षा प्रदान करने वाली ‘पदक लाओ, पद पाओ’ नीति फिर से लागू की जाएगी। पदक विजेता खिलाड़ियों को उच्च पदों पर नियुक्ति और खेल कोटे में सरकारी नौकरियां दी जाएंगी। स्कूल स्तर पर ही खिलाड़ियों को डाइट, भत्ते व कोचिंग उपलब्ध करवाई जाएगी।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से विधायक भारत भूषण बतरा, विधायक गीता भुक्कल, पूर्व मंत्री आनन्द सिंह दांगी, विधायक शकुंतला खटक, विधायक बलबीर बाल्मिकी, विधायक इंदुराज नरवाल, बलराम दांगी, निगम पार्षद गुलशन ईशपुनियानी समेत बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक मौजूद रहे।