समाचार विश्लेषण/बसपा सुप्रीमो मायावती और गठबंधन 

समाचार विश्लेषण/बसपा सुप्रीमो मायावती और गठबंधन 
कमलेश भारतीय।

-कमलेश भारतीय 
बसपा सुप्रीमो मायावती ने पंजाब के शिरोमणि अकाली दल से गठबंधन किया है जो आने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए किया गया है । पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने इस गठबंधन के लिए बहन मायावती को बधाई भी दी है फोन पर । पंजाब में जहां कांग्रेस इन दिनों आपसी सिर फुटोबल में फंसी हुई है और भाजपा भी तेयारियां तो चल रही है लेकिन आधे अधूरे मन से । वहां कोई आधार बचा नहीं । अकाली दल और भाजपा की जोड़ी ने कई साल वहां साथ निभाया लेकिन कृषि कानूनों ने इन्हें अलग कर दिया । अब भाजपा नये सहयोगी की तलाश में है या नये लोगों से दलबदल करवाने का फाॅर्मूला अपनाया जायेगा । अमित शाह जी जानें । क्या और कौन सी चाल चलेंगे ? पर मज़ा सा आने वाला है । यह तय है । कैप्टन अमरेंद्र सिंह और नवजोत सिद्धू अभी नयी दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान के सामने फ्रेंडली मैच खेल कर आये हैं । इसकी रिपोर्ट क्या है यानी रिजल्ट क्या है , यह आना बाकी है लेकिन पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने जरूर संकेत दिये हैं कि यदि मुझे अध्यक्ष पद से हटा कर इस विवाद को हल करने में मदद मिलती है तो मैं पद छोड़ने को तैयार हू । यानी भावें मेरी जिंद कड्ड लै पर मेरे यार नवजोत को मंदा न आखीं वाली बात । यह भी कह दिया कि नवजोत सिद्धू को महत्त्व दिया जाना चाहिए । यानी इनके इमोशंस नवजोत के साथ हैं ।

इधर जो गठबंधन हुआ उस पर हरियाणा के पुराने आंकड़े यह कहते हैं कि बहन मायावती चुनाव आने तक गठबंधन पर टिकी ही नहीं । फिर चाहे वह गठबंधन हजकां के लिए  कुलदीप बिशनोई ने किया हो या फिर अभय चौटाला ने इनेलो का लिए किया । दोनों गठबंधन चुनाव से पहले ही टूट गये । दोनों दल देखते रह गये कि यह क्या हुआ ? क्यों हुआ ? कुछ न पूछो । 

वैसे हर गठबंधन के बाद राखी बांधती आ रही हैं बहन मायावती । सबसे पहले यूपी में लाल जी टंडन की कलाई पर राखी बांधी । फिर कुलदीप बिश्नोई को यह सुखद अवसर मिला और फिर अभय चौटाला भी राखी बंधवा कर मुस्कुराते नज़र आये लेकिन चुनाव से पहले ही रोने जैसी सूरत बन गयीं क्योंकि गठबंधन तोड़ दिया बहन जी ने । अब अकाली दल बादल ने भी काफी समय पहले ही गठबंधन कर लिया है और प्रकाश सिंह बादल खुश हैं और सिर्फ बीस सीटें बसपा को समझौते में दी गयी हैं । अब देखना यह है कि यह गठबंधन चुनाव तक रहता है या हरियाणा के गठबंधनों की तरह समय से पहले ही टूट जाता है । फिर पंजाबी में ही कहूंगा:
साडी लगदी किसे न देखी
टूटदी नूं जग जानदा ...