रचनात्मकता और पर्यटन में ईद पर ही दिवाली की खुशी
पश्चिमी विक्षोभ की कृपा से उत्तर व मध्य भारत को चिलचिलाती गर्मी से काफी राहत मिली है और कहीं ओले तो कहीं बर्षा की बौछारों से मौसम खुशनुमा हो गया है। गत वर्ष दीपावली के दिन शुरू हुआ टॉकिंग पॉइंट्स कॉलम छह माह की यात्रा पूरी कर चुका है। इस बीच इसे देश के 18 राज्यों में 50 से अधिक अखबारों का समर्थन प्राप्त हुआ है, जिनमें हिंदी व अंग्रेजी के अनेक प्रतिष्ठित अखबार शामिल हैं।
पश्चिमी विक्षोभ की कृपा से उत्तर व मध्य भारत को चिलचिलाती गर्मी से काफी राहत मिली है और कहीं ओले तो कहीं बर्षा की बौछारों से मौसम खुशनुमा हो गया है। गत वर्ष दीपावली के दिन शुरू हुआ टॉकिंग पॉइंट्स कॉलम छह माह की यात्रा पूरी कर चुका है। इस बीच इसे देश के 18 राज्यों में 50 से अधिक अखबारों का समर्थन प्राप्त हुआ है, जिनमें हिंदी व अंग्रेजी के अनेक प्रतिष्ठित अखबार शामिल हैं। राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय महत्व के घटनाक्रमों पर आधारित इस दैनिक संपादकीय स्तम्भ को देश भर से पाठकों का भरपूर स्नेह मिल रहा है। इस बीच लगभग 200 संपादकीय टिप्पणियां लिखी गईं। गत वर्ष कोविड की दूसरी लहर में एक नया जीवन देने के लिए मैं ईश्वर का आभारी हूं। सृष्टि के रचनाकर्ता भगवान शिव को कृतज्ञतापूर्वक समर्पित इस दैनिक स्तम्भ के माध्यम से मैं जागरूकता एवं जनसेवा का यह छोटा सा लेखकीय प्रयास सदैव जारी रखूंगा। सभी विद्वान संपादकों और सुधी पाठकों का हृदय से आभारी हूं। अपना स्नेह और आशीर्वाद यूं ही बनाए रखिएगा। आपके सुझावों और प्रतिक्रियाओं का स्वागत है।
अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों की बेरोकटोक आवाजाही शुरू होने से पर्यटन उद्योग की बांछें खिल गई हैं। एक ओर जहां विदेशी नागरिक घूमने फिरने और कामकाज की खातिर भारत आ रहे हैं, तो वहीं भारतीय परिवार अवकाश और मौजमस्ती के लिए विदेशों की ओर रुख कर रहे हैं। यह आवाजाही होटल इंडस्ट्री को भी रास आ रही है, क्योंकि बड़े होटलों की अधिकांश कमाई कॉर्पोरेट गतिविधियों और विदेशी मेहमानों के आने से होती है। पांच सितारा होटलों में कमरों और हवाई उड़ानों की धड़ाधड़ बुकिंग चल रही है। महामारी के कारण घरों में दुबके रहने को मजबूर हुए लोग अब खुल कर देश-विदेश की यात्राएं करने लगे हैं और पहले के मुकाबले 50 गुना अधिक दिनों के लिए छुट्टी पर जा रहे हैं। इंडस्ट्री के लोग बताते हैं कि फ्लाइट्स में बिजनेस क्लास सीटें और फाइव स्टार होटलों में रूम की एडवांस बुकिंग 2019 के मुकाबले दोगुनी हो गई है। घूमने को बेताब हो रहे लोग अब पहले से अधिक खर्च करने को तैयार हैं। ऐसा ही चलता रहा तो विमानन कंपनियों और होटलों का घाटा एक साल के अंदर पूरा हो जाएगा।
भारतीय पर्यटकों की पसंद के देशों में फ्रांस, स्विटजरलैंड, स्पेन और यूनाइटेड किंगडम सबसे ऊपर हैं। दक्षिण अफ्रीका, बाली, थाइलैंड और वियतनाम भी अपने यहां पूरी तरह से वैक्सीनेटेड पर्यटकों का दिल खोल कर स्वागत कर रहे हैं। होटल और पर्यटन उद्योग को इस बात का भी लाभ हो रहा है कि लोगों ने पिछले दो वर्षों से अपने घूमने फिरने का बजट बचाकर रखा था जिसे अब वे खुल कर खर्च कर रहे हैं। वहीं शिमला के होटल व्यवसाइयों की शिकायत है कि पहाड़ों की रानी पर वैसी भीड़ नहीं जुट रही है, जैसी उनको उम्मीद थी। आशा के विपरीत, पर्यटक शिमला में एक-आध दिन ही ठहर रहे हैं और फिर आगे कहीं की यात्रा पर निकल जाते हैं। इस वजह से होटलों में कमरों की आक्युपेंसी 70 प्रतिशत पर ही अटक गई है। होटल एसोसिएशन के लोग राज्य सरकार से मांग कर रहे हैं कि जोरदार प्रचार करके शिमला के आसपास के पर्यटन स्थलों को देखने के लिए लोगों को आकर्षित किया जाए तो शायद हालात में कुछ सुधार हो सकता है।
(नरविजय यादव वरिष्ठ पत्रकार व कॉलमिस्ट हैं)