मुख्य सचिव डॉ. विवेक जोशी ने वर्चुअली समाधान शिविर की समीक्षा की

समाधान शिविर में नशीले पदार्थों की बिक्री से संबंधित शिकायत पर डीसी धीरेंद्र खडग़टा ने लिया तुरंत संज्ञान।

मुख्य सचिव डॉ. विवेक जोशी ने वर्चुअली समाधान शिविर की समीक्षा की

रोहतक, गिरीश सैनी। हरियाणा के मुख्य सचिव डॉ. विवेक जोशी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समाधान शिविर में प्राप्त हो रही शिकायतों के समाधान की समीक्षा की। उन्होंने मौके पर जींद जिला के शिकायतकर्ता से शिकायत भी जानी तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि गांवों में समाधान शिविरों बारे मुनादी करवाकर लोगों को जागरूक किया जाए तथा समाधान शिविर में प्राप्त शिकायतों का यथाशीघ्र निपटारा किया जाए।

 

समाधान शिविर में उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने नागरिकों की शिकायतें सुनने के दौरान अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। समाधान शिविर में 19 शिकायतें प्राप्त हुई। उपायुक्त ने स्थानीय शिवाजी कॉलोनी में नशीले पदार्थों की बिक्री से संबंधित शिकायत पर तुरंत संज्ञान लेते हुए पुलिस के अधिकारियों को टीम गठित कर तुरंत रेड करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा यदि किसी अनधिकृत कॉलोनी को सरकार के पास नियमित करने बारे केस भेजा गया है तो नगर निगम द्वारा उस कॉलोनी का सर्वे करवाया जाए तथा जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा सीवर इत्यादि का एस्टीमेट तैयार करवाया जाए।

 

उपायुक्त ने जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि वे स्थानीय कैनाल रेस्ट हाऊस के पास सीवरेज लीकेज को गंभीरता से लेते हुए तुरंत ठीक करवाएं। उन्होंने संजय कॉलोनी, माजरा गांव में पीने के पास की समस्या के संदर्भ में भी विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने समाधान शिविर के दौरान लंबित शिकायतों की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को इन शिकायतों के शीघ्र निपटारे के निर्देश दिए। उन्होंने राजस्व, जनस्वास्थ्य, नगर निगम, समाज कल्याण, उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम, लोक निर्माण इत्यादि विभागों की शिकायतों के समाधान की समीक्षा की।

 

इस दौरान एडीसी नरेंद्र कुमार, एसडीएम आशीष कुमार, एचएसवीपी के संपदा अधिकारी मुकुंद तंवर, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राजपाल चहल, जिला राजस्व अधिकारी कनब लाकड़ा, जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता तरूण गर्ग व बलविंदर नैन, यूएचबीवीएन के कार्यकारी अभियंता रामेंद्र मलिक, लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता अरुण कुमार, उप सिविल सर्जन डॉ. दिनेश गर्ग, जिला खाद्य एवं पूर्ति नियंत्रक वरिंद्र सिंह, जिला नगर योजनाकार सुमनदीप, जिला बाल संरक्षण अधिकारी कुलदीप सिंह सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।