सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों ने सुन्दर प्रस्तुति से मोहा सबका मन
रोहतक, गिरीश सैनी। एलकेएम फाउंडेशन द्वारा जन्माष्टमी पर्व के उपलक्ष्य में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों ने कथक सहित हरियाणवी नृत्य की एक से एक बढक़र प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में कार्तिक महीने में गाए जाने वाले पारंपरिक हरियाणवी गीत व नृत्य राम और लक्ष्मण दशरथ के बेटे, दोन्यूं बण-ठण जाय, हेजी कोई राम मिलै भगवान, ने श्रोताओं का मन मोह लिया। छोटे-छोटे बच्चों ने आकर्षक वेशभूषा में कथक की शानदार प्रस्तुति और राधा कृष्ण पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में लावण्या, आराध्या, पारखी, हिमांशी, लवीना, गरिमा व अंजलि ने सुंदर कथक नृत्य की प्रस्तुति दी। काव्या ने -छोटी-छोटी गईया पर नृत्य, तो प्रियंवदा ने गुरु वंदना प्रस्तुत की। हेमलता, शिवानी, मनीषा, अनुष्का, खुशी व प्रिंसी ने हरियाणवी नृत्य प्रस्तुत किया। कृषा व अपेक्षा ने एकल नृत्य प्रस्तुत किया। एलकेएम फाउंडेशन की अध्यक्ष एवं हरियाणवी फिल्मों की डांस डायरेक्टर रही लीला सैनी ने कार्यक्रम में आए हुए मेहमानों का स्वागत किया और कहा कि उनके जीवन का मकसद है कि बच्चे हमारी लोक संस्कृति को आगे बढ़ाने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि कला के क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव निश्चित रूप से प्रशिक्षणार्थी बच्चों के लिए लाभकारी होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए आकाशवाणी रोहतक के सेवानिवृत निदेशक एवं प्रसिद्ध कलाकार कैलाश वर्मा ने कार्यक्रम में भजन की प्रस्तुति दी। जिला लोक संपर्क अधिकारी संजीव सैनी ने अपने संबोधन में कहा कि एलकेएम फाउंडेशन निस्वार्थ भावना से छोटे-छोटे बच्चों को कथक व नृत्य का प्रशिक्षण देकर उनकी प्रतिभा को विकसित करने का कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि फाउंडेशन की अध्यक्ष लीला सैनी का जीवन पूर्ण रूप से कला को समर्पित है। कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी बच्चों को फाउंडेशन की तरफ से स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।
इस दौरान हरियाणवी लोक गायक गुलाब सिंह खंडेलवाल, सहायक खाद्य एवं पूर्ति नियंत्रक कुसुम लता, नीरज मोंगिया, प्रो. श्याम लाल, सतीश सैनी, समाजसेवी डीवी सैनी, पवन कुमार जुलाना, विजय कुमार आदि मौजूद रहे।