पेपर लीक के जंजाल में फंसे हरियाणा के बच्चेः कुमारी सैलजा

कहा, किसान की आमदनी बढ़ाने की बजाए जीएसटी थोपा।

पेपर लीक के जंजाल में फंसे हरियाणा के बच्चेः कुमारी सैलजा

सिरसा, गिरीश सैनी। सिरसा लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने सबसे बड़ा हमला हमारे बच्चों पर बोला। वे गुणी, काबिल व शिक्षित हैं, लेकिन उनके लिए नौकरी नहीं है। नौकरियों के 47 पेपर लीक हो चुके। पेपर मंडी में बोली लगकर बिकते हैं। एचपीएससी का नाम हरियाणा हेराफेरी सर्विस कमीशन तो एचएसएससी का नाम हरियाणा सर्विस सेल काउंटर हो चुका है। इनके दफ्तरों से करोड़ों रुपयों से भरे सूटकेस मिलते रहे हैं। नौकरी न मिलने से आहत बच्चे डोंकी रूट से विदेश जा रहे हैं।

कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार इजरायल जैसे युद्ध ग्रस्त इलाके में हमारे बच्चों को मजदूर बनाकर भेज रही है, जहां मौत का खतरा हमेशा सिर पर मंडरा रहा है। केंद्र सरकार ने फौज को ही ठेके पर करने का विश्वव्यापी रिकॉर्ड बना लिया है। 4 साल बाद जब ये बच्चे सेना से घर आएंगे तो क्या करेंगे, यह सोच कर हर कोई चिंतित है।

कुमारी सैलजा ने कहा कि किसान की आमदनी बढ़ाने का नाम लेकर भाजपा व मोदी ने सत्ता हासिल की, लेकिन तीन काले कृषि कानून थोपते हुए किसानों की जमीन छीनने का प्रयास किया, जिसे 700 से अधिक किसानों ने अपनी शहादत देकर वापस लेने को मजबूर कर दिया। वादे के मुताबिक 10 साल में एक बार भी किसान को उसकी फसल की लागत पर 50 प्रतिशत मुनाफा नहीं मिला। किसान-मजदूर को फसल के पूरे दाम नहीं मिले। किसान का कर्ज माफ करने का वादा आज तक पूरा नहीं किया। कांग्रेस ने संसद में सवाल पूछा कि किसान का कर्ज कब माफ करोगे, तो जवाब आया, पैसे नहीं हैं। केंद्र व हरियाणा की सरकार के पास गरीब किसान का कर्ज माफ करने को धन नहीं है, जबकि बैंकों में जमा आपके रुपये का प्रयोग कर देश के मुट्ठी भर उद्यमियों का साढ़े 14 लाख करोड़ रुपये के कर्जे माफ कर दिए।

कुमारी सैलजा ने कहा कि आपकी जिंदगी को खुशहाल बनाने का वादा करने वालों ने खेती पर टैक्स लगा दिया। खाद, ट्रैक्टर, कीटनाशक, खेती के उपकरणों पर जीएसटी लगा दिया। किसानों ने कृषि कानूनों के खिलाफ आवाज उठाई तो उन पर लाठियां चलाई, उन्हें रोकने के लिए सड़कों पर कील गड़वाई, दीवारें खिंचवाई।