राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत मनाया बाल दिवस
रोहतक, गिरीश सैनी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित बाल दिवस कार्यक्रम में बच्चों की स्वास्थ्य जांच की गई। इसके तहत सभी स्कूल हेल्थ की टीमों ने आंगनबाड़ी केन्द्रों व स्कूलों में जाकर बच्चों की स्वास्थ्य जांच कर ऐसे बच्चों को चिन्हित किया जा रहा है, जिनमें कोई जन्मजात दोष, पोषण की कमी, बाल रोग या विकासात्मक देरी पाई जाती है ताकि समय रहते बच्चे का इलाज हो सके।
सिविल सर्जन डॉ. रमेश चंद्र ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम चलाया जा रहा है। बच्चों में जन्मजात हृदय रोग, क्लबफुट, कटे होंठ, न्यूरल ट्यूब, जन्मजात सुनने में दिक्कत कई समस्याएं हैं। इन चुनौतियों के बावजूद अगर इन बच्चों को जीवन के विभिन्न गतिविधियों में भाग लेने का पर्याप्त अवसर प्रदान किए जाए तो वे अपने परिवार और समुदायों के लिए अत्यधिक खुशी और प्रेरणा लेकर आते हैं। ऐसे में इन बच्चों को जल्द चिन्हित करके इसका इलाज करवाया जाता है।
उप सिविल सर्जन डॉ अंजली अरोड़ा ने बताया कि जन्मजात दोष के अलावा बच्चों में विकासात्मक देरी भी आजकल बहुत पाई जा रही है। डीईआईसी सिविल अस्पताल में बच्चों को सेवाएं देने के लिए मनोचिकित्सक, ऑडियोलॉजिस्ट व स्पीच थैरेपिस्ट, फिजियोथेरापिस्ट, ऑप्टोमेट्रिस्ट व स्पेशल एजुकेटर उपलब्ध हैं।