विषय वस्तु पर कमान और सम्प्रेषण क्षमता जरूरी : रामनिवास शर्मा
- कमलेश भारतीय
हर स्वतंत्रता दिवस या गणतंत्र दिवस पर हिसार के महावीर स्टेडियम में एक आवाज़ गूंजती है और उस आवाज़ के जादूगर का नाम है -रामनिवास शर्मा । ऐसे लगता है जैसे रामनिवास शर्मा के बिना महावीर स्टेडियम में हुआ प्रोग्राम अधूरा सा रह जायेगा । रामनिवास शर्मा मूल रूप से हांसी के निवासी हैं और नेहरू गवर्नमेंट काॅलेज से ग्रेजुएशन की और हकृवि से हरियाणवी लोकसंस्कृति में एक साल का डिप्लोमा ।
-स्कूल काॅलेज में कौन सी गतिविधियों में भाग लिया ?
-एंकरिंग तो थी ही । इसके अतिरिक्त हरियाणवी स्किट में भी एक्टिंग करता था । यही नहीं बाॅलीवाल व क्रिकेट का खिलाडी भी था जिसके आधार पर खेल विभाग में नौकरी मिल गयी ।
-पहले कौन सी जाॅब ?
-कुछ समय तो हैफेड में रहा लेकिन फिर 29 साल तक खेल विभाग में ही बिताये और रिटायर हुआ ।
-सारा समय हिसार में ही रहे क्या ?
-नहीं । सिरसा और भिवानी भी कार्यरत रहा । ज्यादा समय हिसार में बिताया।
-आपके आदर्श एंकर्ज कौन ?
-अमीन सियानी और आई जे नाहल । कमेंट्री में जसदेव सिंह ।
-सबसे बड़ी उपलब्धि एंकरिंग में ?
-दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में एशियन कुश्ती की एंकरिंग और हिसार के इसी महावीर स्टेडियम में एशियन मुक्केबाजी के भव्य उद्घाटन समारोह की एंकरिंग जिसमें अभिनेत्री श्रीदेवी आई थी । इसके अतिरिक्त चेन्नई और वल्लारी में उपप्रधानमंत्री चौ देवीलाल के कार्यक्रम की एंकरिंग मेरी यादगार हैं ।
-कोई पुरस्कार ?
-कुरुक्षेत्र में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा भरतमुनि ऑडिटोरियम के उद्घाटन समारोह में सम्मान।
-नये एंकर्ज में क्या गुण होने चाहिएं?
-विषय वस्तु पर पूरा फोकस रखें और शब्दकोष भरपूर हो तथा सम्प्रेषण की क्षमता बढ़ाते जायें । बस ।
हमारी शुभकामनाएं रामनिवास शर्मा को ।