करुणामय संचार समय की जरूरत है: सुनित मुखर्जी
एनएसएस वॉलिंटियर्स को दिया सामुदायिक सेवा को जीवन का अंग बनाने का संदेश।
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रोहतक, गिरीश सैनी। सामुदायिक सेवा को जीवन का अंग बनाने तथा वोलंटीयरिज्म को जीवन पर्यंत जारी रखने का संदेश महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) के निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी ने महारानी किशोरी जाट कन्या महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) शिविर में एनएसएस वॉलिंटियर्स को दिया।
गांव मायना में आयोजित इस एनएसएस शिविर में बतौर आमंत्रित वक्ता सुनित मुखर्जी ने कम्युनिटी सर्विस के लिए जरूरी संवेदी संचार कौशल के महत्व को रेखांकित किया। सुनित मुखर्जी ने कहा कि कंपैशनेट कम्युनिकेशन (करुणामय संचार) समय की जरूरत है। उन्होंने कहा कि समाज के हाशिये पर रह रहे लोगों, वंचित समाज के बारे में सोचना होगा। विभिन्न सामाजिक सरोकारों तथा सामुदायिक कार्यों से वॉलिंटियर्स को जोड़ना होगा।
सुनित मुखर्जी ने प्रभावी संचार (मौखिक तथा लिखित) के लिए महत्वपूर्ण टिप्स दिए। वरिष्ठ प्राध्यापिका डॉ. सविता मलिक ने आभार प्रदर्शन किया। प्रारंभ में एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सोफिया जाखड़ ने स्वागत भाषण दिया।