कांग्रेस प्रत्याशी दीपेन्द्र हुड्डा ने बादली हलके के दर्जनों गाँवों में किया चुनाव प्रचार।  

कांग्रेस प्रत्याशी दीपेन्द्र हुड्डा ने बादली हलके के दर्जनों गाँवों में किया चुनाव प्रचार।  

झज्जर, गिरीश सैनी। रोहतक लोकसभा से कांग्रेस उम्मीदवार दीपेन्द्र हुड्डा ने मंगलवार को बादली हलके के गांव खेड़का गुज्जर, गोयला कलाँ, शाहपुर, देसलपुर, जगरतपुर, गंगड़वा, लुक्सर, गुभाना, माजरी, बादली, दरियापुर, लगरपुर, देवरखाना, लोहट, बाढ़सा, मुंडाखेड़ा, इस्माइलपुर, फतेहपुर, याकूबपुर आदि गांवों में चुनाव प्रचार किया और कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की अपील की। 


उन्होंने कहा कि करीब 19 वर्षों के कार्यकाल में लोगों ने उनका काम भी देखा और उनका आचरण भी देखा है। उन्होंने हरियाणा को स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा का हब बनाने के लिए बाढ़सा एम्स-2, राष्ट्रीय कैंसर संस्थान के अलावा राष्ट्रीय महत्व के 10 संस्थान मंजूर कराए थे। इसमें से एम्स-2, राष्ट्रीय कैंसर संस्थान का काम पूरा कराकर इन्हें शुरू भी करा दिया लेकिन 2014 में सरकार बदलने के बाद बीजेपी सरकार ने बाढ़सा एम्स-2 के बचे हुए 10 संस्थानों के काम में रोड़ा अटका दिया। अगर हमारी सरकार होती तो बाढ़सा एम्स परिसर के मंजूरशुदा 10 संस्थान भी बनकर तैयार हो चुके होते और एम्स-2, राष्ट्रीय कैंसर संस्थान समेत 600 बेड का नेशनल कार्डियोवैस्कुलर सेंटर, 500 बेड का जनरल पर्पस हॉस्पिटल, 500 बेड का नेशनल ट्रांस्प्लांटेशन सेंटर, 500 बेड का नेशनल सेंटर फॉर चाइल्ड हेल्थ, 500 बेड का डाइजेस्टिव डिजीज सेंटर, 200 बेड का नेशनल इंस्टिट्यूट फॉर जिरियाटिक्स, कॉम्प्रिहेंसिव रिहेबिलिटेशन सेंटर, 120 बेड का सेंटर फार ब्लड डिसार्डर, सेंटर फॉर लेबोरेटरी मेडिसिन, नेशनल सेंटर फॉर नर्सिंग एजुकेशन एंड रिसर्च जैसे संस्थानों के कारण झज्जर जिला पूरे देश में स्वास्थ्य सेवाओं के नक्शे पर चमक रहा होता। दीपेन्द्र हुड्डा ने लोगों को भरोसा दिया कि वे सबके सहयोग से बाढ़सा के सभी मंजूरशुदा संस्थानों के काम को वो युद्धस्तर पर पूरा करायेंगे। इस दौरान विधायक कुलदीप वत्स मौजूद रहे। 


दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि 10 साल के शासन के बाद भी बीजेपी के 60 प्रतिशत लोकसभा उम्मीदवार कांग्रेस की पृष्ठभूमि के हैं। ऐसे में बीजेपी नेताओं का ये कहना कि ‘कांग्रेस को उम्मीदवार नहीं मिल रहे’ बेहद हास्यास्पद है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार 10 साल बाद भी हमारे द्वारा मंजूर और बनवाई गई परियोजनाओं का ही फीता काट रही है। क्योंकि इनके पास बताने के लिए भी अपना कोई काम नहीं है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2008 में पारंपरिक स्वास्थ्य सेवा को बढ़ावा देने के लिए झज्जर के देवरखाना गांव में 63.88 करोड़ रुपये की लागत वाले केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान को यूपीए सरकार से मंजूरी दिलवाकर 2009-10 में जमीन अधिगृहीत कराकर काम शुरू कराया और वर्ष 2014 तक इसका 70% काम भी पूरा करा दिया था। जिसका उदघाटन कुछ ही महीने पहले प्रधानमन्त्री से कराया गया। आज हरियाणा में रिकार्ड बेरोजगारी, महंगाई, नशाखोरी, अपराध और भ्रष्टाचार से लोग त्रस्त हैं।


उन्होंने बताया कि अपने कार्यकाल में बादली, झज्जर, बहादुरगढ़, महम, कोसली, रोहतक, कलानौर, सांपला समेत 17 शहरों में बाईपास बनवाये और छुछकवास, मातन, सुबाना और बेरी का बाईपास एनसीआर प्लानिंग बोर्ड से मंजूर करा दिया था। लेकिन बीजेपी सरकार 10 साल में 4 मंजूरशुदा बाईपास भी नहीं बनवा पायी। प्रदेश में कमजोर सरकार के चलते इंटरनेशनल एयरपोर्ट और रेल कोच फैक्ट्री जैसी बड़ी परियोजनाएं हरियाणा से दूसरे प्रदेशों में चली गई। 


दीपेन्द्र हुड्डा ने अपने संकल्प दोहराते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार बनने पर बुजुर्गों को 6000 रुपये महीना पेंशन, हर परिवार को 300 यूनिट फ्री बिजली, महिलाओं को 500 रुपये में गैस सिलेंडर, युवाओं के लिए खाली पड़े 2 लाख सरकारी पदों पर समयबद्ध पक्की भर्ती, किसानों की उपज को एमएसपी पर खरीदेंगे। गरीब परिवारों के लिए 100-100 गज के मुफ्त प्लॉट योजना लागू कर उसपर 3.5 लाख रुपये की लागत से 2 कमरे का मकान देंगे, जनता को परेशान करने वाले पोर्टलों से छुटकारा दिलायेंगे। कर्मचारियों के लिये पुरानी पेंशन स्कीम लागू करेंगे। गरीब परिवारों को पीला कार्ड, खेल-खिलाड़ियों के लिये पदक लाओ, पद पाओ की नीति लागू करेंगे। पिछड़ा वर्ग क्रीमी लेयर आय सीमा को 6 लाख से बढ़ाकर 10 लाख करेंगे और जैसे 2005 में सरकार बनने पर हरियाणा से अपराध व अपराधियों का सफाया किया था वैसे ही सारे गुंडे-बदमाशों को हरियाणा से बाहर कर अपराधमुक्त व भयमुक्त हरियाणा बनायेंगे।