मूक-बधिर बच्चों के सशक्तिकरण में डेफेटेरिया का योगदानः संग्राम सिंह

मूक-बधिर बच्चों के सशक्तिकरण में डेफेटेरिया का योगदानः संग्राम सिंह

रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू के फूड ट्रक स्टार्ट अप डेफेटेरिया एक सामाजिक रूप से समावेशी अनूठी पहल है। मूक-बधिर बच्चों के सशक्तिकरण में डेफेटेरिया का योगदान है। ये बात बुधवार को एमडीयू विजिट के दौरान विश्व प्रसिद्ध कुश्ती खिलाड़ी संग्राम सिंह ने डेफेटेरिया स्टार्टअप की सराहना करते हुए कही। गौरतलब है कि मूक-बधिर जन के कल्याण को समर्पित इस डेफेटेरिया का आइडिया एमडीयू की बिजनेस साइकोलॉजी विषय की पूर्व छात्रा पदमाजय का था। इस स्टार्टअप के साथ एमडीयू एलुमनाई मंदीप व साहिल जुड़े हैं।

संग्राम सिंह ने कहा कि डेफेटेरिया को भविष्य में नवाचारी हेल्दी फूड्स को बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्यवर्धक खान-पान हमारे जीवन एवं संस्कारों का हिस्सा होना चाहिए।

कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि भविष्य में आईएचटीएम के तत्वावधान में स्वास्थ्यवर्धक फूड्स तथा स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों में उद्यमिता की संस्कृति को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है। सेंटर फॉर इनोवेशन, इनक्यूबेशन तथा एंटरप्रेन्योरशिप के तत्वावधान में विद्यार्थियों को स्टार्टअप्स के लिए प्रेरित किया जाएगा।

इससे पूर्व, आईएचटीएम निदेशक प्रो. आशीष दहिया ने डेफेटेरिया फूड ट्रक स्टार्ट बारे विस्तृत जानकारी दी और बताया कि डेफेटेरिया यूएनओ के पांच सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स को भी पूरा करता है। इस दौरान एमडीयू के डीन, स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. रणदीप राणा, निदेशक सेंटर फॉर इनोवेशन, इनक्यूबेशन एंड एन्त्रोप्रोनियरशिप प्रो. राहुल ऋषि, निदेशक, एलुमनाई एफेयर्स प्रो. सुमित गिल, निदेशक सेंटर फॉर डिसेबिलिटी स्टडीज प्रो. प्रतिमा देवी, निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी, यूआईईटी टीपीओ अरुण हुड्डा मौजूद रहे।