सृजनात्मकता विकास आजीविका का साधन बन सकता हैः कुलपति प्रो. राजबीर सिंह

एमडीयू में समर स्कूल-2024 हॉबी क्लासेज कार्यक्रम प्रारंभ।

सृजनात्मकता विकास आजीविका का साधन बन सकता हैः कुलपति प्रो. राजबीर सिंह

रोहतक, गिरीश सैनी। अपनी रूचि, अभिरूचि को तराशकर, कौशल विकसित कर, बेहतरीन करियर बनाया जा सकता है। साथ ही, उद्यमिता का रास्ता भी तय किया जा सकता है। एमडीयू के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने ये उद्गार समर स्कूल-2024 हॉबी क्लासेज कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए व्यक्त किए।

कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि छात्र एवं युवा कल्याण कार्यालय द्वारा संचालित हॉबी क्लासेज के आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों की कैपेसिटी बिल्डिंग है। उन्होंने कहा कि पब्लिक स्पीकिंग, कुकिंग स्किल, संगीत वाद्ययंत्र वादन, नृत्य आदि एक्टिविटी हॉबी क्लासेज के तहत आयोजित की जाएंगी। कुलपति ने कहा कि ज्ञान अर्जन, रूचि तथा सृजनात्मकता विकास आजीविका का साधन बन सकता है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को संचार कौशल में दक्ष बनाने के उद्देश्य से ब्रिटिश काउंसिल के संयुक्त तत्वावधान में अंग्रेजी भाषायी कौशल वैल्यू ऐडेड कोर्स संचालित किया जा रहा है।

इस दौरान कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने अंग्रेजी भाषायी कौशल वैल्यू ऐडेड कोर्स के 8 प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र भी प्रदान किए।

कार्यक्रम के प्रारंभ में डीन, स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. रणदीप राणा ने स्वागत भाषण दिया। यूआईईटी के विद्यार्थी सिद्धार्थ ने भाषायी कौशल वैल्यू ऐडेड क्लासेज से उनके कॅरियर में हुए लाभ का ब्यौरा देते हुए बताया कि उनकी संचार कौशल अभिवृद्धि इस कार्यक्रम के जरिए हुई।

निदेशक, आईएचटीएम एवं निदेशक, सीएलएएस प्रो. आशीष दहिया ने आभार जताया। प्रो. आशीष दहिया ने कहा कि सीएलएएस के तत्वावधान में मौखिक संचार की हॉबी क्लास संचालित की जाएगी।

कार्यक्रम का संचालन निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी ने किया। सहायक निदेशक युवा कल्याण डॉ. प्रताप राठी ने कार्यक्रम आयोजन में दायित्व निर्वहन किया। इस मौके पर निदेशक सीआरएसआई प्रो. सोनिया मलिक, सुपवा के निदेशक जनसंपर्क डा. बेतुल तोमर, आईएचटीएम के फैकल्टी सदस्य प्रो. संदीप मलिक, डॉ. शिल्पी, डॉ. ज्योति व डॉ. सुमेघ, निदेशक सीडीएस डॉ. प्रतिमा रंगा, डॉ. योगेन्द्र सिंह, डॉ. एकता नरवाल, डॉ. सुनीता मल्हान, पीआरओ पंकज नैन, उप निदेशक सीएलएएस अरूण हुड्डा मौजूद रहे।