बैडमिंटन को लोकप्रिय खेल बनाने में डीबीए का योगदान सराहनीयः रोहित बंसल
मेहनत से खेलते हुए हरियाणा का नाम ऊंचा करें खिलाड़ीः एसडीएम आशीष वशिष्ठ
रोहतक, गिरीश सैनी। हारना और जीतना खेल का हिस्सा है। हार से निराश न होकर पॉजिटिव रहते हुए खेल में हिस्सा लें और अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन देते रहें। ये उद्गार समाजसेवी व उद्योगपति रोहित बंसल ने जिला बैडमिंटन एसोसिएशन (डीबीए), रोहतक द्वारा आयोजित 32वीं जिला स्तरीय बैडमिंटन प्रतियोगिता के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने बैडमिंटन को लोकप्रिय बनाने में जिला एसोसिएशन के योगदान की सराहना करते हुए इस सफल आयोजन के लिए बधाई दी।
आई.एम.टी. स्थित एस.आर.एस. पब्लिक स्कूल में आयोजित इस प्रतियोगिता के समापन समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में रोहतक के उपमंडल अधिकारी (ना.) आशीष वशिष्ठ उपस्थित रहे। उन्होंने सभी विजेताओं को आगामी प्रदेश स्तरीय मुकाबलों के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि खिलाड़ी कड़ी मेहनत करें और देश-विदेश में हरियाणा का नाम ऊंचा करें।
एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष यशपाल सिंह पंवार ने बताया कि विभिन्न आयु वर्गों के जिला स्तरीय मुकाबलों में कुल 456 खिलाड़ियों ने अपने रैकेट का दम-खम दिखाते हुए जमकर पसीना बहाया। प्रतियोगिता के अंतिम दिन विभिन्न श्रेणियों के फाइनल मैचों में खिलाड़ियों ने जोश दिखाते हुए कड़ा मुकाबला किया।
सभी विजेता और रनर अप खिलाडियों को मुख्य अतिथि रोहित बंसल, विशिष्ट अतिथि एसडीएम आशीष वशिष्ठ, जिलाध्यक्ष यशपाल सिंह पंवार और एसोसिएशन के सभी पदाधिकारियों ने प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। जिलाध्यक्ष ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सभी खिलाडियों, जिला एसोसिएशन की टीम एवं एस.आर.एस. पब्लिक स्कूल की प्रबंधन समिति का आभार व्यक्त किया। एस.आर.एस. पब्लिक स्कूल के निदेशक डॉ सुमित शर्मा ने भी सभी अतिथियों, आयोजक टीम व खिलाड़ियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
समापन सत्र में जिला बैडमिंटन एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष राजेंद्र मलिक, सचिव उमेद शर्मा, टूर्नामेंट कोऑर्डिनेटर रितेश दलाल, पीजीआई के डिप्टी सीएमओ के एल मलिक, विकास वशिष्ठ, मनमोहन आजाद, भारत भूषण अरोड़ा, हरिओम चंदेल, गिरीश सैनी, हेमंत आनंद, गुलशन बजाज, ऋषिराज, नीरज मलिक, एम पी गोदारा, के डी पासवान, पवन सोलंकी सहित अभिभावक एवं शहर के खेल प्रेमी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
फाइनल परिणामः
वूमेन सिंगल का खिताब गरिमा तथा मेंस सिंगल का खिताब रमन कुमार के नाम रहा।
गर्ल्स डबल्स अंडर-19 में दिव्यांशी व मेघा की जोड़ी ने खिताब अपने नाम किया।
मिक्सड डबल्स अंडर-19 में यश व मेघा की जोड़ी विजेता रही।
गर्ल्स सिंगल अंडर-19 में गरिमा, बॉयज सिंगल अंडर-19 में वंश, गर्ल्स सिंगल अंडर-17 में गरिमा, बॉयज सिंगल अंडर-17 में पार्थ, गर्ल्स सिंगल अंडर-15 में खुशी, बॉयज सिंगल अंडर-15 में जतिन, गर्ल्स सिंगल अंडर-13 में परिधि, बॉयज सिंगल अंडर-13 में रितिक, गर्ल्स सिंगल अंडर-11 में प्राची और बॉयज सिंगल अंडर-11 में कुंवरजीत सिंह ने विजय प्राप्त की।
बॉयज डबल्स अंडर-17 में जयवर्धन व सुजल की जोड़ी विजेता बनी।
गर्ल्स डबल्स अंडर-15 में अक्षिता व खुशी की जोड़ी तथा बॉयज डबल्स अंडर-15 में आदित्य व भाविक की जोड़ी ने बाजी मारी।
मिक्स्ड डबल्स अंडर-15 में जतिन व अक्षिता की जोड़ी विजयी रही।
बॉयज डबल्स अंडर-13 में ऋतिक व श्रेयांश की जोड़ी विजेता बनी।
बॉयज डबल्स अंडर-11 में अटल व नकुल की जोड़ी ने जीत हासिल की।
अंशुल व सन्नी की जोड़ी ने मेंस डबल्स का खिताब अपने नाम किया।