चीन और पाकिस्तान की मिलीभगत का भारत पर प्रभाव विषय पर विस्तार व्याख्यान आयोजित

चीन और पाकिस्तान की मिलीभगत का भारत पर प्रभाव विषय पर विस्तार व्याख्यान आयोजित

रोहतक, गिरीश सैनी। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के रक्षा और सामरिक अध्ययन विभाग में शुक्रवार को- चीन और पाकिस्तान की मिलीभगत का भारत पर प्रभाव विषय पर विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया गया।

विभागाध्यक्ष प्रो. कंवर चौहान ने प्रारंभ में स्वागत भाषण देते हुए व्याख्यान की विषयवस्तु पर प्रकाश डाला। प्रो. चौहान ने व्याख्यान के मुख्य वक्ता कर्नल अनिल गोरशी का संक्षिप्त परिचय दिया।

मुख्य वक्ता कर्नल अनिल गोरशी ने इस व्याख्यान में चीन, पाकिस्तान और भारत के संबंध में समकालीन स्थिति के बारे में मूल्यवान ज्ञान साझा किया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर रक्षा प्रौद्योगिकी, कूटनीति और साइबर युद्ध के महत्व में इन तीन अग्रिम विकासों के भीतर संबंधों के विकास के बारे में बात की।

कर्नल गोरशी ने बताया कि कैसे चीन और पाकिस्तान हमारे देश की सुरक्षा के लिए खतरा बने रहते है। चीन और पाकिस्तान का मुकाबला करने में थिएटर कमांड के महत्व के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि भारत की तीनों सेनाओं के एकीकरण से इन दोनों देशों का एक साथ मुकाबला करने में भारत सक्षम होगा और धरती, आकाश, और सागर तीनों माध्यमों से इनका मुकाबला भारत कर सकेगा। अंत में व्याख्यान को प्रश्नोत्तर सत्र और इन देशों की सीमा और सामाजिक-आर्थिक संबंधों की बेहतर समझ के साथ सारांशित किया गया। डॉ. प्रताप सिंह, डॉ. परमजीत, डॉ. प्रोमिला और शोध विद्वानों ने कर्नल अनिल गोरशी को धन्यवाद दिया। इस दौरान विभाग के शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।