राष्ट्र का विकास विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी के विकास से सुनिश्चित होगाः डॉ. अजॉय घटक
रदरफोर्ड मेमोरियल लेक्चर आयोजित।
रोहतक, गिरीश सैनी। समाज-राष्ट्र में वैज्ञानिक सोच विकसित करने तथा समाजोपयोगी वैज्ञानिक शोध संस्कृति का संदेश महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग द्वारा आयोजित रदरफोर्ड मेमोरियल लेक्चर में विशिष्ट वक्ताओं ने दिया।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, नई दिल्ली के आप्टिक्स तथा फोटोनिक्स सेंटर के प्रोफेसर एवं प्रतिष्ठित वैज्ञानिक डॉ. अजॉय घटक ने बतौर मुख्यातिथि अपने व्याख्यान में कहा कि राष्ट्र का विकास विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी के विकास से सुनिश्चित होगा। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक शोध के जरिए, टेक्नोलॉजी के उपयोग से राष्ट्र के आम लोगों की समस्याओं के निवारण तथा बेहतर जिन्दगी का प्रयास किया जाना चाहिए। उन्होंने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय को राष्ट्र का अग्रणी विश्वविद्यालय करार देते हुए विद्यार्थियों से वैज्ञानिक क्षेत्र, विशेष रूप से भौतिकी में समाजोपयोगी शोध करने की प्रेरणा दी। उन्होंने प्रसिद्ध वैज्ञानिक रदरफोर्ड के स्कैटरिंग एक्सपेरिमेंट तथा आइंस्टीन के ई- एमएसी स्क्वायर सिद्धांत पर प्रकाश डाला।
इस विशेष व्याख्यान कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित प्रोफेसर डॉ. आर.पी. टंडन ने भौतिकी विभाग को इस वैज्ञानिक जागरूकता कार्यक्रम की हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि समाज-राष्ट्र में वैज्ञानिकों को पूरा मान-सम्मान दिए जाने की जरूरत है क्योंकि वैज्ञानिक अनसंग हीरोज हैं। उन्होंने भौतिकी क्षेत्र में शोध तथा नूतन पहल से भविष्योन्मुखी जीवन का खाका खींचा। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष विज्ञान से लेकर विज्ञान के सभी आयामों में भौतिकी की विशिष्ट भूमिका है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. सुरेन्द्र कुमार ने भारत की कालजयी वैज्ञानिक परंपरा, शोध संस्कृति तथा पारंपरिक ज्ञान प्रणाली की महत्ता पर प्रकाश डाला। व्याख्यान कार्यक्रम के प्रारंभ में भौतिकी विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. ए.एस. मान ने स्वागत भाषण दिया तथा कार्यक्रम की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला। रजिस्ट्रार प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने प्रसिद्ध वैज्ञानिक रदरफोर्ड के जीवन, कार्य तथा उपलब्धियों बारे बताया। उन्होंने कहा कि रदरफोर्ड के जीवन से विद्यार्थियों को प्रेरणा लेकर लोगों का जीवन बेहतर बनाने के लिए वैज्ञानिक कार्य करना चाहिए।
डीन, फैकल्टी ऑफ फिजिकल साइंसेज प्रो. एस. सी. मलिक ने रदरफोर्ड के योगदान को रेखांकित करते हुए कहा कि आज मल्टी डिसिप्लिनरी रिसर्च की जरूरत है। भौतिकी विभाग के अध्यक्ष तथा इस कार्यक्रम के संयोजक प्रो. राजेश पूनिया ने कहा कि विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच प्रतिबद्धता तथा शोधान्मुखी मनोवृति विकसित करने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विभागीय न्यूज लेटर का विमोचन किया गया। इस न्यूज लेटर में विभागीय गतिविधियों तथा उपलब्धियों का वर्णन है। मंच संचालन आशिमा तथा प्रिया सिवाच ने किया। डीन, रिसर्च प्रो. अरुण नंदा, भौतिकी विभाग के प्राध्यापक- प्रो. संजय दहिया, प्रो. राजेश परमार, डॉ. अनिल ओहलाण, डॉ. सज्जन दहिया, डॉ. गरिमा धींगड़ा, डॉ. रजनी बाला, कंप्यूटर साइंस विभागाध्यक्ष प्रो. नसीब सिंह गिल, निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी सहित विभाग के शोधार्थी एवं विद्यार्थी कार्यक्रम में शामिल हुए।