स्वपन में भी नहीं सोचा था कि मुझे कभी पद्मश्री अवार्ड मिलेगा: डॉ. हरमोहिंदर सिंह बेदी
कहा, पद्मश्री उनके लिए एक प्रेरणास्रोत है
अमृतसर (पंजाब) निवासी डॉ. हरमोहिंदर सिंह बेदी का पद्मश्री अवार्ड 2022 के लिए चयन किया गया है। वर्तमान में वे न केवल सेंट्रल यूनिवर्सिटी धर्मशाला के चांसलर हैं बल्कि हिन्दी साहित्य के क्षेत्र में एक विशेष स्थान रखते हैं।
आज `सिटी एयर न्यूज़' से ख़ास बातचीत करते हुए डॉ. बेदी ने एक प्रश्न ने उत्तर में बताया कि उन्होंने स्वपन में भी नहीं सोचा था कि उन्हें कभी पद्मश्री अवार्ड मिलेगा। लेकिन जब भी कभी इस अवार्ड के साथ किसी का नाम जुड़ते पाया तो उस समय उन्हें अवश्य महसूस होता था कि साहित्य के लिए साहित्यकारों को भी ऐसे मान-सम्मान अवश्य मिलने चाहियें। अब मुझ पर ईश्वर की कृपा हुई है और मुझे भी यह सम्मान मिला है।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि पद्मश्री अवार्ड उनके लिए एक प्रेरणास्रोत है। उन्होंने कहा कि वे अपने काम को निरंतर जारी रखेंगे। "जो कुछ पंजाब के बारे में मैंने चिंतन किया है उस चिंतन में मेरी जिम्मेवारी और अधिक बढ़ती है कि पंजाबी कल्चर के जो मिसिंग लिंक हैं उन्हें मैं एक कड़ी में प्रस्तुत करूँ ताकि पंजाब की छवि पूरे भारत व विश्वभर में जाए क्योंकि पंजाबी अब पूरी दुनिया में रह रहे हैं", उन्होंने कहा।