समाचार विश्लेषण/पंजाब कांग्रेस की कलह और जंग
- *कमलेश भारतीय
बेशक कैप्टन अमरेंद्र सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटा कर नवजोत सिद्धू , राहुल गांधी और प्रियंका गांधी खुश हो रहे हों लेकिन अभी कलह और जंग जारी है । जिस तरह से इस्तीफा देने को मजबूर किया गया उससे कैप्टन आहत और अपमानित महसूस कर रहे हैं और दिन प्रतिदिन उनका गुस्सा बढ़ता जा रहा है । अब गुस्से में यहाँ तक कह दिया है कि यदि 2022 में नवजोत सिद्धू को मुख्यमंत्री चेहरा बनाया जाता है तो वे उसके खिलाफ बहुत मजबूत प्रत्याशी उतारेंगे और उसे हर कुर्बानी देकर इस पद पर आने से रोकेंगे । दूसरा वार प्रहार किया राहुल गांधी और प्रियंका पर कि वे उनके बच्चों जैसे हैं लेकिन राजनीति में अनुभवहीन यानी अभी कच्चे हैं । इन्हें मेरे बारे में गुमराह किया गया और ये बड़ी आसानी से गुमराह हो गये । रणदीप सुरजेवाला और अजय माकन पर भी गुस्सा निकाला ।
इसके जवाब में सुप्रिया श्रीनेत ने कैप्टन को कहा कि बुजुर्गों को गुस्सा ज्यादा आता है ने कैप्टन को कहा कि बुजुर्गों को गुस्सा ज्यादा आता है और कैप्टन हमारे बड़े नेता हैं और साढ़े नौ साल राज भी किया । राजनेताओं को द्वेष, ईर्ष्या से ऊपर उठना चाहिए । राजनीति में इनकी कोई जगह नहीं । कैप्टन कहां रूकने वाले थे ? सुप्रिया को भी पूछा क्या अपमानित करना राजनीति में आता है ? मैंने तो सोनिया गांधी को दो सप्ताह पहले भी ऑफर दिया था कि इस्तीफा दे देता हूं लेकिन तब कहा कि नहीं । कांटीन्यू करो । फिर बाद में अपमानित क्यों किया ?
यानी कैप्टन एक एक बात का हिसाब लेंगे और एक आहत राजनेता इसके लिए तैयार बैठा है । अब वे यह भी कह रहे है कि बादल और मजीठिया परिवार पर कार्यवाही करें । मैं तो कानून के हिसाब से चल रहा था । इस तरह जो आरोप कैप्टन पर लगाये जा रहे थे, वही इल्जाम अब वे पलट कर लगाने लगे हैं । इस तरह पंजाब की जंग और कैप्टन का गुस्सा बढ़ता जा रहा है । आगे आगे देखिए होता है क्या ?
-*पूर्व उपाध्यक्ष हरियाणा ग्रंथ अकादमी ।