एमडीयू में शैक्षणिक एवं शोध गुणवत्ता को बेहतर बनाने पर मंथन हुआ

एमडीयू में शैक्षणिक एवं शोध गुणवत्ता को बेहतर बनाने पर मंथन हुआ

रोहतक, गिरीश सैनी। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के गुणवत्ता परामर्शदायी समिति की बैठक कुलपति कार्यालय समिति कक्ष में आयोजित की गई। 
ब्लेंडेड मोड में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. अनूप सिंह मान ने की। इस बैठक में विश्वविद्यालय के भविष्य के रोड मैप पर चर्चा हुई तथा विश्वविद्यालय में शैक्षणिक एवं शोध गुणवत्ता को बेहतर बनाने पर मंथन हुआ। 

निदेशक आईक्यूएसी प्रो. बी. नरसिम्हन ने बैठक में एजेंडा प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने गुणवत्तापरक, संस्थागत विकास योजना तैयार की है। सत्र 2023-2024 का नया पीएचडी अध्यादेश विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के दिशा निर्देश के आदेशानुसार तैयार किया गया है। पीजी पाठ्यक्रमों तथा पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रमों का करिकुलम तथा क्रेडिट फ्रेमवर्क तैयार किया गया है।

बैठक में वर्ष 2024 के एक्टिविटी कैलेंडर की चर्चा हुई। आज ही सेंटर फॉर इंटर्नल क्वालिटी एश्योरेंस समिति की बैठक का आयोजन ब्लेंडेड मोड से किया गया। इस बैठक में विश्वविद्यालय तथा इंडस्ट्री लिंकेज को मजबूत करने बारे विचार मंथन किया गया। विश्वविद्यालय एलुमनाई नेटवर्क को भी सुदृढ़ करने को लेकर इस बैठक में चर्चा हुई। कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने, सुशासन को नई दिशा देने के लिए तथा विकास में विशिष्ट गुणवत्ता लाने के लिए इस बैठक में गहन मंथन हुआ। इस बैठक में रजिस्ट्रार प्रो. गुलशन लाल तनेजा, परीक्षा नियंत्रक डा. बी. एस. सिंधु, डीन, रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रो. अरुण नंदा, प्रो. हरीश कुमार, प्रो. प्रदीप अहलावत, प्रो. राजेश धनखड़, प्रो. देशराज, प्रो. सपना गर्ग, प्रो. हरीश दुरेजा, डा. संतोष तिवारी, डा. राजेश कुंडू समेत बाहरी विशेषज्ञ शामिल हुए।