जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा इस्माइला 11बी में मेगा सर्विस शिविर आयोजित
सीजेएम डॉ. तरन्नुम खान ने किया रक्तदान शिविर का शुभारंभ।

रोहतक, गिरीश सैनी। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की चेयरपर्सन तथा जिला एवं सत्र न्यायाधीश नीरजा कुलवंत कलसन के मार्गदर्शन व प्राधिकरण की सचिव तथा सीजेएम डॉ. तरन्नुम खान की देखरेख में जिला के गांव इस्माइला 11 बी स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय परिसर में एक मेगा सर्विस कैंप का आयोजन किया गया।
सीजेएम डॉ. तरन्नुम खान ने कहा कि इस शिविर में सांपला खंड में आने वाले विभागों द्वारा हेल्प डेस्क लगाकर लोगों को सेवाओं का लाभ प्रदान किया। कैंप में इस्माइला 11 बी व आसपास के गांवों के वासियों ने अपनी समस्याओं का निपटारा करवाया। इस दौरान सिविल अस्पताल रोहतक द्वारा मनोनीत डॉक्टरों की टीम ने हेल्थ चेकअप व रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया।
डॉ. तरन्नुम खान ने कहा कि नागरिक साइबर अपराध से बचाव के उपायों के बारे में साइबर अपराध की हेल्पलाइन 1930 पर जानकारी ले सकते है व साइबर अपराध होने की स्थिति में इस हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत भी दर्ज करवा सकते है। उन्होंने कहा कि नागरिक नालसा की हेल्पलाइन 15100 पर फोन कर मुफ्त कानूनी सहायता प्राप्त कर सकते है। उन्होंने पीड़ित मुआवजा योजना के बारे में भी ग्रामीणों को विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 10 मई 2025 को रोहतक कोर्ट परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जाएगा, जिसमें नागरिक अपने लंबित मुकदमे रखकर मौके पर निपटारा करवा सकते हैं।
इस दौरान जिला रेडक्रॉस सोसायटी एवं भारत विकास परिषद भगत सिंह शाखा द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, जिसका शुभारंभ प्राधिकरण की सचिव एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी डॉ. तरन्नुम खान ने किया।
सीजेएम डॉ. तरन्नुम खान ने रक्तदान शिविर का शुभारंभ करने के उपरांत कहा कि मरीजों को समय पर रक्त उपलब्ध करवाने के लिए गर्मी के मौसम में हमें और अधिक रक्तदान शिविर लगाने चाहिए। उन्होंने कहा कि रक्तदान किसी के जीवन को बचाने में अमूल्य योगदान देता है। उन्होंने कहा कि प्रकृति में मनुष्य के रक्त का कोई विकल्प नहीं है तथा विज्ञान भी अभी तक इसका विकल्प नहीं ढूंढ पाई है। डॉ. तरन्नुम खान ने रक्तदाताओं को प्रमाण पत्र भेंट कर सम्मानित किया।
जिला रेडक्रॉस सचिव श्याम सुंदर ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा के मार्गदर्शन में सालभर में 100 से अधिक समाजिक संस्थाओं के सहयोग से 50 हजार से अधिक यूनिट रक्त एकत्रित किया जाता है और पीजीआईएमएस में आने वाले जरूरतमंद मरीजों को उपलब्ध करवाया जाता है।