दोआबा कालेज में एनईपी 2020 के प्रावधानों एवं प्राध्यापकों की भूमिका पर सैमीनार आयोजित

दोआबा कालेज में एनईपी 2020 के प्रावधानों एवं प्राध्यापकों की भूमिका पर सैमीनार आयोजित
दोआबा कालेज में आयोजित सैमीनार में डॉ. अश्वनी लूथरा उपस्थित को सम्बोधन करते हुए । 

जालन्धर, 28 अगस्त, 2024 दोआबा कालेज के आईक्यूएसी द्वारा एनईपी 2020 के प्रावधानों एवं प्राध्यापकों की भूमिका पर सैमीनार का आयोजन किया गया जिसमें डॉ. अश्वनी लूथरा-डायरैक्टर आईक्यूएसी जीएनडीयू बतौर मुख्या वक्ता उपस्थित हुए जिनका हार्दिक अभिनंदन प्रि. डॉ. प्रदीप भण्डारी, डॉ. राजीव खोसला-कोआर्डिनैटर आईक्यूएसी, डॉ. ओमिन्द्र जौहल, और प्राध्यापकों ने किया । 

डॉ. अश्वनी लूथरा ने उपस्थित प्राध्यापकों को टीचिंग, ऐजुकेशन, सोसाईटी एवं कल्चर के आपसी परस्पर सम्बन्धों एवं इन्टरप्ले के बारे में बताया । उन्होंने कहा कि गुरु का चरित्र एवं शख्सीयत उत्तम दर्जे की होनी चाहिए तभी वह एक अच्छा लेखक और एक जिज्ञासु प्राध्यापक बन सकता है । उन्होंने एनईपी के अन्तर्गत आने वाले विभिन्न शैक्षणिक सुधारों जैसे कि एसैसमैंट एवं मूल्यांकन की नई प्रक्रिया, प्राध्यापण में नई टैक्नॉलोजी की भूमिका तथा एकैडमिक बैंक ऑफ क्रैडिट सिस्टम के बारे में जानकारी दी । उन्होंने कहा कि एनईपी का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को शिक्षा की आसान पहुँच, विद्यार्थियों को बराबरी से गुणवत्ता पर आधारित शिक्षा प्राप्त करने के अवसर, इनोवेशन तथा रिसर्च आऊट कमस के मौके मुहैया करवाना भी है । उन्होंने बताया कि एनईपी के अन्तर्गत सभी जगह मल्टीडिस्पलैनरी टीचिंग तथा कोलोबोरेटी रिसर्च पर ज्यादा बल दिया जायेगा । इसके अलावा गुणवत्ता पर आधारित सलैबस बनाया जायेगा तथा क्वालिटी एशौरेंस का भी विशेष ध्यान रखा जायेगा जोकि किसी भी शिक्षण संस्थान को नैक की एक्रीडिटैशन प्राप्त करने में सहायक होगी । अंत में डॉ. लूथरा ने प्राध्यापक के विकासशील होने पर जोर देते हुए कहा कि आज के दौर में एक शिक्षक को कैयरिंग, शैयरिंग, प्रिजरविंग, प्रोमोटिंग तथा प्रोटैकटिंग बनना होगा । प्रि. डॉ. प्रदीप भण्डारी ने अपने सम्बोधन में कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एनईपी 2020 के आने से बहुत सारे बदलाव आ रहे है, जिनके बारे में डॉ. अश्वनी लूथरा ने बहुत सटीकता से जानकारी देकर सभी को अपने ज्ञान से सार्थक रूप से जागरूक किया है । 

प्रि. डॉ. प्रदीप भण्डारी, डॉ. राजीव खोसला और प्रो. ईरा शर्मा ने डॉ. अश्वनी लूथरा को सम्मान चिह्न देकर सम्मानित किया । डॉ. राजीव खोसला ने गणमान्यों का धन्यवाद किया ।