डॉक्टर समाज सेवा को दें प्राथमिकताः राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय

हेल्थ विवि के दीक्षांत समारोह में 7139 विद्यार्थियों को डिग्रियां व 19 पदक वितरित।

डॉक्टर समाज सेवा को दें प्राथमिकताः राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय

रोहतक, गिरीश सैनी। हरियाणा के राज्यपाल एवं पं. भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय ने मेडिकल की डिग्री हासिल करने वाले विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे समाज की सेवा को प्राथमिकता दें। समाज प्रत्येक विद्यार्थी की शिक्षा पर प्रतिवर्ष  सरकारी मेडिकल कॉलेज में 11 लाख रुपये से अधिक की धनराशि खर्च कर रहा है। उन्होंने डॉक्टर को पृथ्वी पर दिखाई देने वाले भगवान की संज्ञा देते हुए कहा कि डॉक्टर ग्रामीण क्षेत्र में जाकर लोगों की सेवा करें। समाज ही श्रेष्ठ है और डॉक्टर अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वहन करें।

बंडारू दत्तात्रेय स्थानीय पं. भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के सुश्रुत सभागार में तीसरे दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्यातिथि मेडिकल के 7139 विद्यार्थियों को डिग्रियां व 19 पदक प्रदान करने के उपरांत संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन से किया तथा विधिवत रूप से दीक्षांत समारोह के शुभारंभ की घोषणा की। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की ई-स्मारिका का विमोचन किया।

दीक्षांत समारोह में बतौर विशिष्ट अतिथि स्थानीय लोकसभा सांसद डॉ. अरविंद शर्मा, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा, हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर के अलावा पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर, मेयर मनमोहन गोयल, उपायुक्त अजय कुमार, पुलिस अधीक्षक हिमांशु गर्ग, विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अनीता सक्सेना, निदेशक डॉ. एसएस लोहचब, डीएलसी सुपवा के कुलपति डॉ. गजेंद्र चौहान, भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अजय बंसल भी मौजूद रहे।

राज्यपाल ने कहा कि डिग्रियां व मेडल प्राप्त करने वालों में लड़कियों की संख्या अधिक है। डिग्री प्राप्त करने वाले 792 स्नातक विद्यार्थियों में से 550 लड़कियां और पदक प्राप्त करने वाले 19 विद्यार्थियों में 10 लड़कियां शामिल है। बंडारू दत्तात्रेय ने सभी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके स्वर्णिम भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि डॉक्टर्स शोध की जानकारी से अपडेट रहे तथा आधुनिक तकनीक व उपकरणों का प्रयोग करते हुए रोगियों की सेवा भाव से इलाज करें।

राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने विश्वविद्यालय की प्रशंसा करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा उच्च कोटि की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही है। विश्वविद्यालय द्वारा आधुनिक उपकरणों का प्रयोग किया जा रहा है तथा आधुनिक उपकरणों से युक्त प्रयोगशालाएं भी है। विश्वविद्यालय में 150 आईसीयू बैड की सुविधा उपलब्ध है तथा मानव सेवा के लिए यह एक कीर्तिमान है। कुलपति डॉ अनीता सक्सेना के नेतृत्व में छोटे बच्चों के हृदय रोग के उपचार में वृद्धि हुई है तथा अब बच्चों को हृदय रोग के ईलाज के लिए कही बाहर जाने की आवश्यकता नहीं है। विश्वविद्यालय में 200 बैड के शिशु कार्डियक भी शुरू किया जा रहा है। विश्वविद्यालय सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ तीसरे स्थान पर बना हुआ है तथा डेंटल कॉलेज ने भी 15वीं रैंक हासिल की है।

बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा पर निजी कॉलेज में प्रत्येक विद्यार्थी पर प्रतिवर्ष 12 लाख रुपये की राशि खर्च होती है, जबकि सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस में प्रत्येक विद्यार्थी पर प्रतिवर्ष 80 हजार रुपये खर्च होता है। सरकार द्वारा निरंतर चिकित्सा सेवाओं में इजाफा किया जा रहा है। विश्वविद्यालय में सरकार द्वारा अंग प्रत्यारोपण (किडनी व लीवर) का कार्य जल्द ही शुरू किया जा रहा है। उन्होंने चिकित्सा शिक्षा के विद्यार्थियों को एक डॉक्टर का उदाहरण देते हुए कहा कि डॉ. सुरेंद्र को समाज में भगवान के रूप में जाना जाता है, जो प्रत्येक मरीज से इलाज के लिए केवल एक रुपया ही ले रहे है।

राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भारत क्रियान्वित की जा रही है, जिसके तहत पात्र परिवारों को प्रतिवर्ष 5 लाख रुपये तक स्वास्थ्य बीमा की सुविधा मुहैया करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि सभी डॉक्टर्स ऐसी योजनाओं के क्रियान्वयन में रूचि लें ताकि सभी पात्र व्यक्तियों को योजनाओं का पूरा लाभ मिल सके। जीवन में अनुशासन के महत्व को रेखांकित करते हुए कुलाधिपति ने कहा कि अनुशासन के बिना जीवन में सफलता संभव नहीं है। उन्होंने दीक्षांत समारोह के विधिवत समापन की घोषणा की।

इस मौके पर लोकसभा सांसद डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि स्थानीय मेडिकल कॉलेज का चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में प्राचीन समय से विदेशों में भी पहचान रही है। उन्होंने कहा कि वे इस विश्वविद्यालय से 1986 बैच के डेंटल सर्जन रहे है तथा डेंटल सर्जन के तौर पर पहले सांसद बनने वाले प्रथम व्यक्ति है। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय का परिसर एशिया में सबसे बड़ा मेडिकल परिसर है। उन्होंने कहा कि उन्हें अवसर मिलते ही वे मेडिकल कैम्पस में अवश्य पहुंचते है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर क्षेत्र की परिभाषा को ही बदल दिया है। प्रधानमंत्री का सपना है कि प्रत्येक जिला में मेडिकल कॉलेज हो और मुख्यमंत्री मनोहर लाल प्रदेश में इस सपने को पूरा करने में लगे हुए है।

डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा चिकित्सा सुविधाओं में निरंतर वृद्धि की जा रही है। प्रदेश में मुख्यमंत्री द्वारा मेडिकल कॉलेज क्षेत्र के लिए 2000 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है। प्रदेश में अंत्योदय की भावना से वेलनेस सेंटरों की संख्या भी बढ़ाई गई है। हरियाणा सरकार ने चिकित्सा सुविधा के विस्तार की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना को एक लाख 80 हजार रुपये वार्षिक आय वाले परिवारों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। सरकार द्वारा तीन लाख रुपये वार्षिक आय वाले परिवारों को 1500 रुपये वार्षिक भुगतान पर 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा की सुविधा देने का फैसला लिया गया है। उन्होंने मेडिकल के विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे गरीबों की सेवा करते हुए धैर्य से कार्य करें।

चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने मेडिकल के विद्यार्थियों का आह्वान करते हुए कहा कि वे जीवन में मानवीय मूल्यों को हमेशा सर्वोपरि रखें। प्रत्येक मरीज का सेवा भाव से इलाज करें तथा चिकित्सा क्षेत्र में हो रहे अनुसंधानों की जानकारी के लिए जीवनभर पढ़ाई जारी रखें। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा प्रदेश में सभी व्यक्तियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए अनेक कदम उठाये गए है। प्रदेश के प्रत्येक जिला में मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जा रही है। सरकार द्वारा मेडिकल सीटों को तीन गुणा बढ़ाकर 2185 की गया है, जो आगामी 2 वर्षों में 3 हजार तक बढ़ाई जायेगी।

हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने डिग्री व मेडल प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि वे जीवन पर्यन्त ज्ञान अर्जित करें क्योंकि लगातार सीखना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हमेशा स्वयं को दूसरों से आगे रखने की आदत डाले। जीवन में दृढ़ निश्चय व दया महत्वपूर्ण गुण है।

पं. भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अनीता सक्सेना ने दीक्षांत समारोह में मुख्यातिथि तथा विशिष्ट अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में अनुसंधान सेल स्थापित की गई तथा गत दिनों आयोजित कार्यक्रम में अनेक मूल्यवान अनुसंधान पत्र पढ़े गए। उन्होंने डिग्री ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों को शपथ भी दिलवाई। डॉ. अनीता सक्सेना ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों तथा उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। डिग्री ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि वे भविष्य में इस विश्वविद्यालय से जुड़े रहे। उन्होंने विश्वविद्यालय की ओर से राज्यपाल एवं कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय, स्थानीय लोकसभा सांसद डॉ. अरविंद शर्मा, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा तथा हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर को स्मृतिचिन्ह व दीक्षांत समारोह का फोटो भेंट कर सम्मानित किया। डॉ. शिव शरीन को विज्ञान में डॉक्टरेट की डिग्री प्रदान की गई। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ।