डॉ धर्म पाल साहिल का उपन्यास "मचान" हुआ "श्री शुकदेव शास्त्री अखिल भारतीय हिन्दी उपन्यास प्रतियोगिता-2020 पुरस्कार से पुरस्कृत
पंजाब के कंडी क्षेत्र की आंचलिकता को प्रतिबिंबित करता "मचान" है डॉ. साहिल का आठवां उपन्यास
अखिल भारतीय हिन्दी परिषद्, जयपुर महानगर, राजस्थान के अध्यक्ष डॉ. मथुरेश नंदन कुलश्रेष्ठ ने फोन दवारा सूचना दी है कि डॉ. धर्म पाल साहिल का उपन्यास" मचान" श्री शुकदेव अखिल भारतीय हिन्दी उपन्यास प्रतियोगिता 2020 पुरस्कार हेतु चुना गया है। इस पुरस्कार के फलस्वरूप 31 हजार रुपये की राशि भेंट की जाएगी। यह पुरस्कार संस्था द्वारा अप्रैल 2021 में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में प्रदान करने की योजना है।
उल्लेखनीय है कि पंजाब के कंडी क्षेत्र की आंचलिकता को प्रतिबिंबित करता "मचान" डॉ. साहिल का आठवां उपन्यास है। इससे पूर्व भी उनके उपन्यास "बायस्कोप" केंद्रीय हिन्दी निदेशालय" की ओर से राष्ट्रीय पुरस्कार, तथा "समझौता एक्सप्रेस" व "बेटी हूँ न!" को भाषा विभाग, पंजाब की ओर से सर्वोत्तम पुस्तक पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। इस अवसर पर त्रिवेणी साहित्य अकादमी, जालंधर के सरंक्षक डॉ . हरमहेंदर सिंह बेदी, अध्यक्ष डॉ. गीता डोगरा, प्रिंसिपल प्रोमिला अरोड़ा, डॉ. मनोज कुमार प्रीत,( प्रीत साहित्य सदन, लुधियाना) जतिन्द्र सिंह मानकू ( संयोजक दृष्टि: द विजन मंच, होशियारपुर) आदि कई साहित्यकारों एवं बुद्धिजीवियों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए मुबारकबाद दी है।